मंगलवार को दिनभर सुर्खियां बटोरने के बाद आखिरकार शाम को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और बीजेपी अध्यक्ष मदन कौशिक की मुलाकात हो ही गयी। काफी देर तक चली इस गुपचुप मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया के आमने आकर की सब सामान्य है यानी ऑल इज वैल है, लेकिन क्या वाकई में ऐसा है आइए आपको बता ते हैं।
BJP President Madan Kaushik met Harak Singh Rawat amid discussions of leaving the party
राजनीति के मायने कई, 2022 विधानसभा चुनाव
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड के दोनों बड़े दल भाजपा और कांग्रेस किसी भी कीमत में कोई नुकसान नहीं उठाना चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस वक्त कोई भी नेता अपने किसी गलत गलत कदम की वजह से आगामी चुनाव में खामियाजा भुगतने जैसा काम बिल्कुल भी नहीं करेगा यही वजह है कि पार्टियों में नेताओं को अपनी ओर रिझाने के साथ-साथ नेताओं द्वारा भी एक सुरक्षित आशियाना ढूंढने की होड़ लगी है। छोटे नेताओं के लिए यह काम बेहद आसान है लेकिन बड़े कद्दावर नेताओं की छोटी गतिविधि भी एक बड़ा संदेश देने का काम करती है। बहरहाल मंगलवार की बात करें तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने अपने ही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को नाश्ते पर बुलाया था और ब्रेकफास्ट के इस निमंत्रण के कई मायने लगाए जा रहे हैं थे क्योंकि ये निमंत्रण तब आया था जब हरक सिंह रावत से लगातार कांग्रेस की बढ़ रही नजदीकियों की सुर्खियां चर्चा में थी और ऊपर से हरक सिंह रावत मदन कौशिक के बुलावे के बाद भी समय से नही पहुंचे।
हरक सिंह ना तो नाश्ते पर पंहुचे ना लंच पर
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने हरक सिंह रावत को मंगलवार सुबह फोन करके नाश्ते पर बुलाया था लेकिन हरक सिंह रावत नाश्ते पर मदन कौशिक के घर नहीं गए और मीडिया के लोगों द्वारा जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह लेट हो गए हैं और लंच पर मदन कौशिक के घर जाएंगे लिहाजा मीडिया की टकटकी हरक सिंह रावत की हर एक गतिविधि पर लगी रही। लंच तक मदन कौशिक के घर पूरी मीडिया का जमावड़ा लगा रहा लेकिन हरक सिंह रावत लंच पर भी नहीं पहुंचे। पार्टी अध्यक्ष द्वारा निमंत्रण भेजे जाने के बाद भी हरक सिंह रावत का मदन कौशिक के पास ना आना एक तरह से बड़ा इशारा करता नजर आ रहा था लेकिन देर होते होते आखिरकार शाम 4:30 बजे हरक सिंह रावत मदन कौशिक के आवास पर पहुंचे और इस दौरान दोनों नेताओं की काफी देर तक आपस में बातचीत हुई और यह बातचीत बंद कमरे के अंदर हुई
भाजपा का डेमेज कंट्रोल, कहा “All is Well”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और हरक सिंह रावत के बीच तकरीबन 1 घंटे तक चली गुपचुप बातचीत के बाद दोनों नेता बाहर खड़ी मीडिया के सामने आए और मीडिया के सवालों का जवाब दिया। सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बयान दिया कि यह एक सामान्य मुलाकात थी और इस तरह की मुलाकातें अक्सर वह पार्टी के अलग-अलग नेताओं से करते हैं जो कि एक सामान्य प्रक्रिया है तो वहीं उन्होंने केंद्रीय नेताओं के आगामी दौ दोनों का भी हवाला देते हुए कहां की कार्यक्रमों के विषय में हरक सिंह रावत से बातचीत हुई है तो वही हरक सिंह रावत से भी मीडिया ने खूब सवाल किए जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि उनके मदन कौशिक से आज के नहीं बहुत पुराने व्यक्तिगत संबंध है और वह लगातार आपस में मिलते रहते हैं तो वहीं इसके अलावा मीडिया में चल रही सुर्ख़ियों को उन्होंने बिना सर पैर का बताया और कहा कि अगर उनकी हरीश रावत से बातचीत हुई है तो इसमें गलत क्या है उन्होंने कहा कि हरीश रावत अगर उन्हें जनता से जुड़े किसी विषय पर टेलीफोन करेंगे तो वह उनकी बात तो सुनेंगे ना कि उनका फोन काट देंगे
हरीश और हरक की घट रही है दूरी
हरीश रावत ने क्यों किया था हरक सिंह रावत को फोन, यंहा पढ़े
आपको बता दें कि हरक सिंह रावत को लेकर चर्चाएं इसलिए तेज हुए की पिछले कुछ दिनों में लगातार हरक सिंह रावत की कांग्रेस के नेताओं के साथ नजदीकियां देखी गई है और हरक सिंह रावत का कांग्रेस के प्रति नरम होता स्वभाव और अपनी पार्टी के प्रति लगातार बयानबाजी के चलते यह कयास बाजी लगाए जा रहे हैं। सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि अब तक जो हरीश रावत और हरक सिंह रावत के बीच ठनी हुई थी वह मामला सूरज गया है और अब हरक सिंह रावत और हरीश रावत के बीच में कोई भी टकराव नहीं है और बीते दिनों दिए गए हरक सिंह रावत के बयानों से भी यह साबित होता है