उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आने वाली 15 तारीख से (Fake Number Plate) फर्जी नंबर प्लेट और बिना आई एस आई मार्क हेलमेट या शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ यातायात पुलिस और परिवहन विभाग मिलकर विशेष अभियान चलाएंगे |
Campaign against Fake number plate In Dehradun
बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने उत्तराखंड के सभी राज्यों के पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक यातायात और यातायात निरीक्षक के साथ राज्य की यातायात व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की।
यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए पीआरडी जवान होंगे तैनात | Campaign against Fake number plate In Dehradun
यातायात व्यवस्था को लेकर हुई समीक्षा बैठक में यातायात निदेशक मोहसिन ने कहा कि आमतौर पर जिन कारणों से चालान होने पर यह दर्शाया जाता है कि गाड़ी घर पर थी इससे प्रतीत होता है की फर्जी नंबर प्लेट का धड़ल्ले से राज्य में धमाल हो रहा है, जिस पर कार्यवाही करना आवश्यक है।
प्रदेश में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए सभी जनपदों से यातायात व्यवस्था के लिए पीआरडी जवान उपलब्ध कराए जा रहे हैं साथ ही उन्होंने बताया कि पीआरडी जवानों को एक हफ्ते का जताया संचालन प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके बाद उन्हें चौराहों, तिराहों और अन्य यातायात व्यवस्था की ड्यूटी पर लगाया जाएगा।
बढ़ते हादसों को रोकना है लक्ष्य | Campaign against Fake number plate In Dehradun
उत्तराखंड में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं 76 % तेज रफ्तार रेस टाइमिंग के कारण होती है इसके अलावा गलत दिशा में गाड़ी चलाने से 8% और गलत तरीके से ओवरटेक करने से 3% हादसे हो रहे हैं। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के संयुक्त अभियान के चलते तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने रैश ड्राइविंग और गलत तरीके से ओवरटेक करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही मोहसिन ने बताया कि नाबालिक युवाओं के द्वारा वाहन चलाने पर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बेहतर कार्यवाही की जा रही है। जहां पिछले साल 84 युवाओं के खिलाफ ही कार्यवाही की गई थी वहीं इस साल 384 नाबालिक युवाओं के खिलाफ वाहन चलाने पर कार्यवाही की गई है।