उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुरू होने से पहले ही हंगामा हो गया। कांग्रेस के विधायक गन्ने का गट्ठा लेकर विधानसभा पंहुचे थे जंहा विपक्ष के विधायकों ने गन्ने को प्रतीक बना कर गन्ना किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। हालांकि भारी पुलिस बल ने जोर आजमाईश के बाद विधायकों से गन्ना ले लिया और विधायकों को जाने दिया।

विधानसभा सत्र का दूसरा दिन पूरे दिन हंगामेदार रहने की उम्मीद है। सदन शुरू होने से पहले जिस तरह से विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा के बाहर हंगामा किया उसी तरह से सदन के अंदर भी किसनों के मुद्दे पर हंगामा जारी रहा। मंगलवार को सदन शुरू होने से पहले हरिद्वार जिले के तमाम विधायक जिनमें काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद, ममता राकेश, केदारनाथ से मनोज रावत के अलावा विपक्ष के तमाम विधायक विधानसभा के बाहर सुरक्षा में सेंध लगाते हुए गन्ने के गट्ठों के साथ विधानसभा के बाहर पहुंचे और वर्त्तमान भाजपा सरकार द्वारा गन्ना मूल्य भुगतान पर सरकार को घेरने का काम किया।
मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष के विधायकों ने कहा कि यह सरकार गन्ना किसानों के प्रति बेहद उदासीन है पिछली कांग्रेस सरकार से लेकर अब तक कई किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं हुआ है। तो वहीं विपक्ष के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी बताया कि आज वह सदन के भीतर किसानों के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएंगे। इसके अलावा रोजगार का मुद्दा भी आज सदन के अंदर पुरजोर से विपक्ष ने उठाया। वहीं इसके अलावा प्रीतम सिंह ने कहा कि वह आज होने वाली कार्य मंत्रणा की बैठक में सदन बढ़ाने को लेकर मांग करेंगे और अगर सदन नहीं बढ़ाया जाता है तो वह कार्य मंत्रणा का बहिष्कार करेंगे।

आज यह विधेयक सदन के पटल पर रखे गए :-
पटल पर रखे जाने वाले विघयेक
- उत्तराखण्ड लोक सेवा, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो के लिए आरक्षण अधिनियम 2019।
- उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम 1901 में संशोधन।
हेमवती नन्दन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम 2020। - उत्तराखण्ड शहीद आश्रित अनुग्रह अनुदान विघयेक 2020।
- उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग संशोधन विघयेक 2020।