तीर्थ पुरोहितों के पुरजोर विरोध और लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार उत्तराखंड सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को वापस लेने का मन बना लिया है। मदन कौशिक ने इसको लेकर स्पष्ट संकेत दिए हैं।
Uttarakhand government will withdraw Devasthanam Act
बुधवार को पूरे दिन सियासी गलियारों में चर्चा रही कि उत्तराखंड के सबसे ज्वलंत मुद्दे देवस्थानम बोर्ड पर सरकार ने फैसला ले लिया है। चर्चाएं थी कि सरकार ने देवस्थानम बोर्ड भंग कर लिया है। दिन भर की चर्चाओं के बाद आखिरकार देर शाम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस मामले पर स्थिति स्पष्ट की। मीडिया से बातचीत करते हुए मदन कौशिक ने कहा कि सरकार जल्द ही देवस्थानम बोर्ड को लेकर कुछ अच्छी खबर देगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि आगामी एक-दो दिनों में देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जा सकता है।
गौरतलब है कि लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार उत्तराखंड सरकार देवस्थानम बोर्ड पर बैकफुट पर जा सकती है। आपको बता दें कि उत्तराखंड के चारों धाम के मंदिर सहित प्रदेश के 51 और मंदिरों के प्रबंधन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अगवाई में लाया गया देवस्थानम बोर्ड पर लगातार विरोध हो रहा था। लगातार तीर्थ पुरोहितों के आक्रोश के चलते अब लगता है कि धामी सरकार ने देवस्थानम एक्ट को वापिस ले सकती है। भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस सम्बंध में संकेत दिए है। एक दो दिन में सरकार के औपचारिक एलान के बाद सम्भवतः आने वाले शीतकालीन सत्र में देवस्थानम बोर्ड को वापिस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।