उत्तराखंड में चल रहे शिक्षित बेरोजगारों के आंदोलन को लेकर आज बेरोजगार संघ के एक डेलिगेशन ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात की जिसमें बेरोजगार संघ ने अपनी मांगों को ACS राधा रतूड़ी के सामने रखा जिस पर एसीएस राधा रतूड़ी ने इन सभी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखने की बात कही और बेरोजगार युवाओं से सहयोग की अपील की है।
Uttarakhand Berojgaar sangh andolan
उत्तराखंड में गुरुवार से उग्र हुए बेरोजगार शिक्षित युवाओं के आंदोलन पर अब सरकार भी सकते में है। गुरुवार को देहरादून घंटाघर से लेकर गांधी पार्क तक हुए पूरे बवाल के बाद सरकार से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक खलबली में है। जहां एक तरफ विपक्ष इस पूरे मूवमेंट को भुनाने में लगा हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और भाजपा संगठन द्वारा लगातार इस मामले को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है। कल हुए लाठीचार्ज और पथराव के बाद जहां सरकार के कई मंत्रियों ने अपने बयान जारी कर बेरोजगार युवाओं से संयम बनाकर रखने की अपील की तो वही सरकार द्वारा भी देर शाम तक मजबूत नकल विरोधी कानून बनाने को लेकर के अध्यादेश जारी करने की बात कही जिसे राजभवन को प्रेषित कर दिया गया है।
वही इसके बाद आज शुक्रवार को एक बार फिर से बेरोजगार संघ के हजारों युवाओं ने देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर एकत्रित होकर एक बार फिर से सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। शासन-प्रशासन की कोशिशों के बाद बेरोजगार संघ के एक डेलिगेशन ने पहले जिलाधिकारी सोनिका से मुलाकात की तो वहीं जिलाधिकारी सोनिका के माध्यम से इस डेलिगेशन की मुलाकात अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से करवाई गई जिसमें बेरोजगार संघ के 5 पदाधिकारी और उत्तराखंड शासन की तरफ से एसीएस राधा रतूड़ी ने मध्यस्था की। अपनी मांगों में बेरोजगार संघ ने परीक्षाओं में हो रही धांधली यों की सीबीआई जांच सहित कई अन्य मांगे भी सरकार के सामने रखी।
ACS राधा रतूड़ी से हुई बेरोजगार संघ के प्रतिनिधित्व की इस मुलाकात के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों से उनकी मुलाकात हुई है जिसमें बेरोजगार संघ की तरफ से कई मांगे रखी गई और उन पर सकारात्मक रवैया दिखाते हुए एसीएस राधा रतूड़ी द्वारा इन सभी मांगों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रस्तावित करने की बात कही गई है तो वहीं इसके अलावा उत्तराखंड शासन ने बेरोजगार युवाओं के संगठन को भी संयम बनाए रखने की अपील की है और कल जिस तरह की घटना हुई है उसको लेकर के दुख व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से प्रदेश के युवाओं के साथ है और उनके साथ किसी भी तरह का अहित नहीं होने दिया जाएगा लेकिन इसके लिए उन्हें कानून को अपने हाथ में नहीं लेना होगा और संयम से अपने मांगों को लेकर आंदोलन करना होगा।