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चुनाव नजदीक है ऐसे में पार्टियों में दलबदल का खेल शुरू हो चुका है 18 अक्टूबर को हल्द्वानी में एक बड़े स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में यशपाल आर्य और संजीव आर्य के समर्थक बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं ऐसे में अटकलें हैं कि कुछ बड़े चेहरे भी बीजेपी का हाथ छोड़ कांग्रेस का दामन पकड़ सकते हैं

Many bjp leaders can join congress on 18 Oct in the swagat program in haldwani in terms for yashpal arya and sanjeev arya

देहरादून, साक्षी साहनी : उत्तराखंड का चुनावी साल नजदीक है ऐसे में चुनावी सरगर्मी तेज होती हुई नजर आ रही है जहां एक तरफ बयानबाजी का दौर जारी है तो वही दल बदल जैसे खेल भी अब शुरू हो चुके हैं । बीजेपी मंत्री यशपाल आर्य के पार्टी छोड़ने पर जहां उत्तराखंड की सियासत में सुगबुगाहट तेज हो गई तो वहीं अब लगातार अटकलों का दौर जारी है जहां चर्चाएं ये उठ रही है कि  18 अक्टूबर को हल्द्वानी में एक बड़े स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में यशपाल और संजीव के समर्थक बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। नैनीताल जिले में दो दर्जन से अधिक भाजपा नेता विधानसभा चुनाव-2022 से जल्द ही कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। यह सभी पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की टीम का हिस्सा बताए जा रहे हैं और 2017 में उनके साथ ही भाजपा में शामिल हुए थे। चर्चा है कि जल्द ही यशपाल आर्य और संजीव आर्य की मौजूदगी में इनकी भी कांग्रेस में वापसी का कार्यक्रम होगा।

दल बदल का खेल है जारी

उत्तराखंड में पिछले कुछ महीनों से दल-बदल का खेल चरम है। गढ़वाल मंडल से कांग्रेस विधायक राजकुमार व प्रीतम सिंह पवार के बाद कुमाऊं मंडल से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा जहां तमाम विधायकों को अपने पाले में कर राज्य में सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने में जुटी है। वहीं कांग्रेस ने भी अंदरूनी स्तर पर भाजपा के बड़े नेताओं को अपने पाले में करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. राज्य के इस तरह के सियासी हालात से आने वाले समय में चुनाव बेहद दिलचस्प हो जाएंगे।

अंतर कलह का ना करना पड़े कांग्रेस को स्वागत

अब देखना होगा कि नैनीताल की पूर्व विधायक सरिता आर्या उस टाइम हरीश रावत के साथ डटी रही जिस टाइम कांग्रेस के विधायक बीजेपी में शामिल हुए और ऐसे में यशपाल आर्य के पुत्र नैनीताल से ही चुनाव लड़ेंगे तो सरिता आर्या कहां से चुनाव लड़ेगी यह बड़ा सवाल होगा। कहीं कांग्रेस में भी ठीक चुनाव से पहले अंदरूनी कलह  ना हो यह बड़ा सवाल होगा। लेकिन यशपाल आर्य के कांग्रेस में शामिल होने से जहां बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है वहीं कांग्रेस को 2022 में इसका फायदा मिलेगा।

अब देखना है कि बीजेपी इसके बाद क्या समीकरण बिठाती  है जिससे कांग्रेस को झटका लगे और 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की राह आसान हो यह देखने वाली बात होगी।