केदारनाथ आपदा के 10 साल पर होने के बाद भी केदारनाथ के पुरोहितों (Kedarnath Priest protest) को भूमि का अधिकार और पुनर्स्थापना नही होने के विरोध में और साथ ही भूस्वामित्व और पुनर्स्थापना की मांगों को लेकर केदारनाथ के पुरोहितों ने 18 सितंबर, सोमवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है |
Kedarnath Priest protest regarding their demand
रुद्रप्रयाग स्थित केदारनाथ धाम में आज से भूस्वामित्व और भवन देने समेत कई मांगों को लेकर केदारनाथ धाम के पुरोहितों ने आमरण अनशन शुरू किया है। लेकिन बाजार के साथ ही होटल और लास्ट तीर्थ यात्रियों के लिए खुले रहेंगे। केदारनाथ सभा के आवाहन पर 24 घंटे के बाद प्रतिष्ठानों को खोल दिया गया है।
भूस्वामित्व और बने भवन पुरोहितों को सौंपने की मांग | Kedarnath Priest protest regarding their demand
अनशन पर बैठे पुरोहितों ने कहा की केदारनाथ आपदा के 10 साल बाद भी अभी तक उनको भूस्वामित्व का अधिकार नही मिला है और ना ही सरकार द्वारा टूटे भवनों का निर्माण कार्य गंभीरता से लिया गया है। और साथ ही पुरोहितों ने सरकार पर इल्जाम लगाया की सरकार बिना पुरोहितों को विश्वास में लिए धाम के भवनों से छेड़ छाड़ की जा रही है। इसके साथ ही पुरोहितों ने सरकार से केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगी सोने की परत की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग दोहराई है।
अनशन को मिला उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत का समर्थन | Kedarnath Priest protest regarding their demand
केदारनाथ धाम में केदारनाथ के पुरोहितों के द्वारा किए जा रहे अनशन को उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत के द्वारा समर्थन दिया गया है उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महा पंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि अगर सरकार शीघ्र तीर्थ पुरोहितों की मांगों पर कार्यवाही नहीं करती है तो फिर उनके द्वारा बाकी धामों में भी आंदोलन किया जाएगा।
मांगे पूरी नहीं होने पर चारों धामों में होगा आंदोलन | Kedarnath Priest protest regarding their demand
अनशन को लेकर उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने केदारनाथ धाम के पुरोहितों की मांगे पूरी न होने पर चारों धामों में अनशन किए जाने की बात कही है। पुरोहितों के द्वारा किए जा रहे आंदोलन के कारण यात्रियों को खासी दिकत्तों का सामना करना पड़ा ।
धरना करने वालों में केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंत्री अंकित सेमवाल, संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला संदीप सेमवाल, विजेंद्र शर्मा, उमेश चंद्र पोस्ती, चिमनलाल शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, अरविंद शुक्ला, अनुराग शुक्ला, आशीष शुक्ला समेत बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोग मौजूद रहे।