हरीश रावत ने आज एक ऐसा ट्वीट किया है जिस से सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है। दरअसल इस बार हरीश रावत ने अपने ही खेमे के किसी व्यक्ति को मगरमच्छ बता दिया है।
Harish Rawat made controversial tweet, debate broke out in Uttarakhand politics
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत ने आज अचानक कुछ ऐसा ट्वीट किया कि उसके बाद उत्तराखंड के सियासी हलकों में बवंडर मच गया है। दरअसल हरीश रावत ने अपने चिर परिचित अंदाज में शब्दों की कलाकारी दिखाते हुए ट्विटर पर पोस्ट किया कि चुनाव रूपी समंदर में उन्हें अपने संगठन से ही कुछ ऐसे मगरमच्छों से परेशानी है जो कि अपने खेमे को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं।
हरीश रावत ने लगातार एक के बाद एक ट्वीट किया है और कहा है कि उनके अपने संगठन में कई बार कुछ लोगों द्वारा सहयोग करने की वजह मुंह फेर दिया जाता है उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता ने उनके खेमे में कई मगरमच्छ छोड़े हैं।
हरीश रावत के इन शब्दों के बड़े मायने
हरीश रावत के द्वारा किए गए इन ट्वीट्स के 86 जानकार कई तरह के मायने लगा रहे हैं। एक तरफ राजनीतिक जानकारों का यह मानना है कि हरीश रावत जरूर अपने ही किसी नेता से परेशान है जिस वजह से उनके मन का यह उबाल ट्विटर पर देखने को मिला है तो वही सवाल यह भी है कि हरीश रावत का यह सारा अपने कौन से नेता की तरफ है कई लोग इस ट्वीट को उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव से जोड़कर देख रहे हैं तो वही कुछ लोगों का यह भी मानना है कि हरीश रावत राजनीति में एक कद्दावर खिलाड़ी हैं और उनके द्वारा कहे गए शब्दों के कई मायने हैं एक पक्ष का यहां तक मानना है कि हरीश रावत ने यह ट्वीट बहुत सोच-समझकर किया है और इस ट्वीट के जरिए वह अपने एक तीर से कई निशाने कर सकते हैं जिसको की भविष्य में देखना काफी रोचक होगा
भाजपा ने लपका मौका
हरीश रावत के द्वारा ट्वीट किए गए इन लगातार तीन पोस्ट के बाद उत्तराखंड के सियासी गलियारों में हलचल सी मच गई है जहां एक तरफ राजनीतिक जानकार इस बात की खोज में लग गए हैं कि आखिर हरीश रावत ने अपने खेमे में मगरमच्छ किसे कहा है वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने भी इस मौके को लपक लिया है। उत्तराखंड भाजपा ही नहीं बल्कि बीजेपी की नेशनल टीम ने भी हरीश रावत के इस ट्वीट पर पलटवार करना शुरू कर दिया है और केंद्रीय भाजपा का तो यहां तक कहना है कि क्या हरीश रावत का यह इशारा उनके केंद्रीय नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरह से। भाजपा के बड़े नेता ने दिल्ली से बयान दिया कि हरीश रावत सत्ता के बड़े मगरमच्छ क्या सोनिया गांधी या राहुल गांधी को कह रहे हैं उन्हें स्पष्ट करना चाहिए तो वही प्रदेश भाजपा से भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरीश रावत के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस कि यह अंतर करें बहुत पुरानी है उन्होंने कहा कि सदन के भीतर कांग्रेस के 11 विधायक थे और 10 गुट बने हुए थे उन्होंने कहा कि इन 5 सालों में कांग्रेस ने जन सरोकारों के मुद्दों को उठाना था लेकिन अपने झगड़े में उलझी रही