उत्तराखंड के सीएम धामी की सिक्योरिटी में तैनात कमांडो ने आज अपने आप को गोली मार ली है। इस घटना के समय कमांडो सीएम आवास पर था और उसने बैरक में खुद को गोली मारी।
Cm dhami gard suside
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत ने खुद को गोली मार दी है। प्राथमिक सूचना के अनुसार कमांडो प्रमोद रावत छुट्टी न मिलने से बेहद तनाव में था जिसके बाद उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया। आपको बता दें कि कमांडो प्रमोद रावत मुख्यमंत्री आवास में तैनात और देहरादून गढ़ी कैंट में मौजूद मुख्यमंत्री आवास के अंदर बने बैरक में कमांडो ने खुद को गोली मारी है। घटना की सूचना मिलते हैं जांच टीम मौके पर पहुंच गई है तो वही देहरादून एसएसपी दिलीप कुमार ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि वर्ष 2016 से प्रमोद रावत मुख्यमंत्री के साथ सुरक्षा में तैनात थे तो वहीं इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
यह बताई जा रही है वजह …. Cm dhami gard suside
बताया जा रहा है कि कमांडो प्रमोद रावत ने छुट्टी ना मिलने की वजह से यह कदम उठाया है। जानकारी मिली है कि प्रमोद रावत के गांव में भागवत कथा का आयोजन था जिसके लिए वह छुट्टी का आवेदन कर रहे थे लेकिन उन्हें छुट्टी न मिलने की वजह से वह तनाव में थे और उन्होंने मौका देख कर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात कमांडो ने की आत्महत्या, 2016 से सीएम सुरक्षा में तैनात था।पौड़ी के रहने वाले कमांडो ने छुट्टी ना मिलने के चलते की आत्महत्या।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सिक्योरिटी में कमांडो तैनात था लेकिन अभी अधिकारी पुष्टि नहीं है।प्रमोद रावत 2007 बैच का है और मौके पर एसएसपी सहित कई अधिकारी मौजूद है।16 जून से छुट्टी पर जाना था जिसके लिए एप्लीकेशन डाल रखी थी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी प्रमोद रावत ने सीएम आवास में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।मामले की गंभीरता को देखते हुए,फोरेंसिक टीम से जुड़े अधिकारी ,एसएसपी देहरादून, आईजी गढ़वाल समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।इस पूरे मामले पर मीडिया से जानकारियां साझा करते हुए एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि मौत के कारणों का पता पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के बाद ही लग पाएगा साथ ही एडीजी अभिनव कुमार ने ये आशंका भी जताई है कि ये आत्महत्या के अलावा एक्सीडेंटल डेथ का मामला भी हो सकता है जिसकी जांच जारी है।साथ ही एसएसपी ने बताया की 16 जून को कमांडो को घर जाना के लिए लिए एप्लीकेशन दे रखी थी और घर पर भागवत कथा थी।बता दे की प्रमोद कुमार 2007 बैच का था और साल 2016 से सीएम सुरक्षा में तैनात था।
लगभग 12.30 बजे के करीब मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात कमांडो प्रमोद रावत की गोली लगने से मौत हो गई है , बताया जा रहा है कि ak 47 राइफल से गोली लगने से प्रमोद रावत की मौके पर मौत हो गई , गोली कमांडो प्रमोद रावत के गर्दन के नीचे के हिस्से में लगी है।मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है , कमांडो ने आत्महत्या की है या फिर गलती से गोली लगी है इस बात की पुष्टि अभी तक नही हो पाई है , फिलाहल मौके पर मौजूद अधिकारी भी कुछ स्पष्ट तौर पर नही बता पा रहे हैं, कमांडो की मौत किस वजह से हुई है यह अब तक एक रहस्य बना हुआ है।