Agnipath scheme in Uttarakhand

केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना (Agnipath scheme) शुरू की है तो वहीं इस योजना के तहत सेना में जाने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जा रहा है। केंद्र ने 18 महीने में 10 लाख योजना का लक्ष्य रखा है तो वहीं उत्तराखंड सरकार ने भी अग्निवीरों के लिए कुछ खास रियायतें अग्निवीरों के लिए रखने का वादा किया है। लेकिन अग्निपथ योजना क्या है और इस से जुड़ी कई क्या खास बातें हैं वो भी जाम लीजिए।

Agneepath Scheme in Uttarakhand

Agnipath scheme in Uttarakhand
Agnipath scheme in Uttarakhand

गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां दुनिया के कई बड़े देश विभिन्न संकटों से घिरे हुए हैं वहीं भारत न केवल हर चुनौती से सफलतापूर्वक पार पा रहा है बल्कि विश्व का मागदर्शन भी कर रहा है। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले 18 माह में दस लाख नौकरियां देने के निर्णय ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने का कार्य किया है।

क्या है अग्निपथ योजना ?

Agnipath scheme in Uttarakhand
Agnipath scheme in Uttarakhand

18 महीने में 10 लाख रोजगार के इस महाअभियान की शुरुआत ‘अग्निपथ’ योजना को शुरू कर के की गयी है। इस योजना के तहत सेना में ‘अग्निवीरों’ को नियुक्त किया जाएगा। यह नियुक्ति चार साल की होगी और 4 साल के दौरान 30 हजार से लेकर 40 हजार तक का मासिक वेतन दिया जाएगा और चार साल के आखिरी में जब अग्निवीर घर लौटेगा तो उसे एकमुश्त तकरीबन 10 लाख की राशि दी जाएगी। इस से ना केवल देश के युवाओं को बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा बल्कि हमारी सेनाएं भी और अधिक युवा व सशक्त होंगी। इस योजना के तहत 17 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा और इसकी शुरुआत आगामी 90 दिनों में हो जाएगी।

उत्तराखंड के अग्निवीरों को मिलेगा सरकारी नौकरी में लाभ

Agnipath scheme in Uttarakhand
Agnipath scheme in Uttarakhand

मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में भर्ती होने का सपना रखने वाले उत्तराखण्ड के युवाओं के लिए तो ये योजना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होने वाली है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बताया कि सरकार ने तय किया है कि अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल की सेवा देने के बाद अग्निवीरों को उत्तराखंड सरकार उत्तराखण्ड पुलिस आपदा प्रबन्धन, चार धाम यात्रा प्रबन्धन सहित अनेक सेवाओं में प्राथमिकता प्रदान करेगी, तत्सम्बन्धी नियम शीघ्र ही तय किये जायेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के सर्वांगीण विकास व उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और हम निरंतर इस दिशा में प्रयासरत रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के  युवा को अग्निवीर बन राष्ट्र व राज्य का नाम रोशन करेंगे और अपने शौर्य व पराक्रम का परचम चारों दिशाओं में फहराएंगे।