- कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति को लेकर कुलपति हुए सख्त
- कक्षाओं में 75 प्रतिशत उपस्थिति का पालन अनिवार्य
- देश और समाज को नई दिशा देने में शिक्षक छात्र की भूमिका महत्वपूर्ण।
- शिक्षा की गुणवत्ता को फोकस करें।
UTU affiliated GRD College
वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (UTU) के कुलपति द्वारा सम्बद्ध संस्थानों के एकैडमिक निरीक्षण की कार्यवाही लगातार जारी है। इसी क्रम में आज दिनांक 27 सितम्बर 2022 को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० ओंकार सिंह ने सम्बद्ध संस्थान जी०आर०डी० इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी, राजपुर देहरादून का दौरान किया। इस दौरान कुलपति ने संस्थान की इंजीनियरिंग और फार्मेसी की लैब्स का निरीक्षण कर इससे संबंधित फीडबैक ली गयी।
निरीक्षण के दौरान कुलपति ने कक्षाओं में जा कर छात्रों की उपस्थिति पंजिका का भी अवलोकन किया तथा छात्रों को कक्षाओं में उपस्थित रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी संस्थान छात्रों की उपस्थिति रेगुलराइज करें तथा कक्षाओं में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति के मानकों का पालन अनिवार्य से संस्थानों द्वारा करवाये जाने के प्रयास हों जो कि संस्थानों की जिम्मेदारी भी है।
उन्होंने छात्रों व शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत विश्वविद्यालय ने प्रथम वर्ष के समस्त पाठ्यक्रमों के नये ऑर्डिनेसेज और सिलेबस तैयार कर दिये हैं जो कि इसी सत्र 2022-23 से लागू हो गये हैं और विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किये गये हैं। उन्होंने छात्रों व शिक्षकों को ऑर्डिनेंसेज का अध्ययन किये जाने को प्रेरित किया तथा उसी के अनुरूप अध्ययन-अध्यापन का कार्य संचालित करना होगा। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से प्रश्नोत्तर कर उनकी समस्याओं को सुना।
शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि एक शिक्षक जिसके ऊपर एक स्वच्छ और ईमानदार समाज के निर्माण की जिम्मेदारी होती है उन्हें कक्षाओं में पाठ्यक्रम की पूर्ण तैयारी और समझ के साथ जाना चाहिए जिससे कि आप छात्रों में विषय की अच्छी समझ हेतु उन्हें जागरूक कर सको।साथ ही उन्होंने संस्थान के उत्कृष्ट रखरखाव व वातावरण को शैक्षणिक आवश्यकताओं के अनुरूप होने पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने शिक्षकों को कहा कि Choise Based System प्रणाली से छात्रों को अवगत करायें तथा अधिक से अधिक अतिरिक्त एक्टिविटीज यथा- ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रोग्राम, खेल प्रतियोगिताओं इत्यादि में प्रतिभाग करें। जिससे छात्रों के नॉलेज डेवेलॉपमेंट, कॉन्फिडेंस में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि संस्थान प्रबन्धन को भी अकादमिक व प्रशासनिक स्तर से शिक्षा की गुणवत्ता को निखारने में हरसम्भव प्रयास किया जाना चाहिए। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट मोबाइल ऐप्प का निर्माण किया गया जिसमें सम्पूर्ण जानकारियां सम्बद्ध संस्थानों के छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी।
कुलपति प्रो० ओंकार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित समस्त सम्बद्ध संस्थानों में मूल्याकन की गुणवत्ता को प्राथमिकता से परखा जाय और जीरो हॉवर्स में स्किल डेवेलपमेंट के अन्तर्गत लँग्वेज एवं कैम्पस रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग की कक्षाएं चलायी जाय जिससे छात्रों के स्किल को विकसित किया जा सके और छात्रों से फीडबैक लिया जाय कि कहां और किस स्तर पर छात्रों को परेशानियां आ रही है। कुलपति ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को फोकस किया जाय। शिक्षा की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता किसी भी सभ्य समाज को स्वीकार्य नहीं होगा ऐसा उनका मानना है।