उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद कल एक बार फिर से भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री और सभी कैबिनेट मंत्री शपथ ग्रहण करने वाले हैं तो वहीं यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम देहरादून के परेड ग्राउंड में भव्य तरीके से किया जाएगा जिसमें पीएम मोदी और अमित शाह दोनों मौजूद रहेंगे।
who will cabinet ministers of uttarakhand
उत्तराखंड में एक बार फिर से पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में कल 2:00 बजे शपथ लेंगे फर्क इस बार सिर्फ इतना होगा कि पिछली दफा मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी के पास समय बेहद कम और चुनौतियां काफी ज्यादा थी क्योंकि चुनाव से मात्र 6 महीने पहले उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी गई थी वह भी विपरीत परिस्थितियों में लेकिन अब प्रचंड बहुमत की जीत के बाद पुष्कर सिंह धामी को फुल फ्लैश मुख्यमंत्री के रूप में गद्दी सौंपी गई है ऐसे में अब उनकी कार्यशैली में और ज्यादा धार और फैसलों में और ज्यादा मजबूती देखने को मिलेगी। कल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनका 11 सदस्यों का पूरा मंत्रिमंडल देहरादून परेड ग्राउंड में आयोजित किए गए एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण से पहले सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि धामी के मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा कौन से नए चेहरे धामी के इस मजबूत मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे और कौन से वह मंत्री होंगे जो अब केवल विधायक रह जाएंगे। कल बनने वाले नए मंत्रिमंडल की चर्चा करने से पहले आइए एक नजर डालते हैं धामी के पिछले मंत्रिमंडल पर जो कि अब तक चला आ रहा था।
मुख्यमंत्री रहते हुए पुष्कर धामी का पिछला मंत्रिमंडल
1)- सतपाल महाराज- पर्यटन, PWD, सिंचाई
2)- बंशीधर भगत – शहरी विकास
3)- सुबोध उनियाल – कृषि
4)- हरक सिंह रावत – वन विभाग
5)- यशपाल आर्य- परिवहन
6)- स्वामी यतिस्वरानंद – खनन, ग्रमीण विकास
7)- गणेश जोशी – सैनिक कल्याण, उद्योग
8)- अरविंद पांडेआर – शिक्षा, खेल
9)- रेखा आर्य – महिला शसक्तीकरण
10)- धन सिंह रावत – उच्च शिक्षा
11)- विशन सिंह चुफाल – पेयजल
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल थे।
अब विधानसभा चुनावों के बाद बदली हुई तमाम परिस्थितियों के बाद पिछले मंत्रिमंडल में से तीन मंत्री – हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य और स्वामी यतीश्वरानंद तो सीधे-सीधे अब प्रक्रिया से बाहर है। इन में से यशपाल आर्य और हरक सिंह रावत अब भाजपा में नहीं है और कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद अपना चुनाव हार चुके हैं। अब ऐसे में 11 के मंत्रिमंडल में से तीन कुर्सी सीधे-सीधे खाली हो गई है और यंहा पर मंत्रिमंडल का स्वरुप घट कर 11 से 8 रह गया था जंहा 3 नए मंत्रियों की भर्ती तो स्पष्ट है।
इन नए विधायकों का केबिनेट में लग सकता है नंबर
- ऋतु खंडूरी, कोटद्वार -पौड़ी
- प्रेमचंद अग्रवाल, ऋषिकेश- देहरादून
- सौरभ बहुगुणा, सितारगंज – नैनीताल
- प्रीतम पंवार, धनोल्टी- टिहरी
- उमेश काऊ, रायपुर- देहरादून
- मुन्ना चौहान, विकासनगर- देहरादून
- अनिल नौटियाल, कर्णप्रयाग- चमोली
- चंदनराम दास, बागेश्वर
- खजान दास, राजपुर रोड़- देहरादून
- आदेश चौहान, रानीपुर BHEL – हरिद्वार
- सरिता आर्य, नैनिताल
मंत्रिमंडल से इन लोगों को किया जा सकता है फ्री
जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को देखें तो कैबिनेट से बाहर जाने में रेखा आर्य की संभावना सबसे ज्यादा है क्योंकि एक तो महिलाओं में रितु खंडूरी की कैबिनेट में जगह तय मानी जा रही है दूसरा अगर जाति समीकरण को देखें तो कुमाऊँ से चंदन राम दास अगर आते हैं तो भी रेखा आर्य रिजर्व कोटे से बाहर हो सकती है और अगर देहरादून से खजान दास को कैबिनेट में लिया जाता है जो कि पहले भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं तो ऐसे में रेखा का बाहर जाना तय है वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि बंशीधर भगत को भी इस बार कैबिनेट से बाहर रखा जा सकता है उन्हें विधानसभा अध्यक्ष या फिर राज्यसभा के लिए छोड़ा जा सकता है। कैबिनेट से बाहर जाने वालों के नाम में गणेश जोशी का भी नाम है और विशन सिंह चुफाल को भी बताया जा रहा है कि उन्हें पार्टी रेस्ट दे सकती है। पुराने मंत्रियों में सुबोध उनियाल को लेकर के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार पार्टी उन पर विचार कर सकती है। वर्तमान में पार्टी के अध्यक्ष मदन कौशिक को लेकर चर्चाएं हैं कि मदन कौशिक को विधानसभा अध्यक्ष बनाने पर चर्चा चल रही है लेकिन मदन कौशिक विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर खुश नहीं है।