उत्तराखंड में कांग्रेस उतना मोदी से नही डरती है जितना कि विजयवर्गीय से डरती है। कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने तो विजयवर्गीय को बाघ कहा है। और इस बाघ की एंट्री उत्तराखंड में आज हो चुकी है। लेकिन क्या है राजनीति के इस बाग के मायने ये भी जान लीजिए।
Kailash Vijayvargiya reached Uttarakhand, Congress in strictness
कैलाश विजयवर्गीय की उत्तराखंड में एंट्री
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तराखंड के लिए ऑब्जर्वर बनाए गए कैलाश विजयवर्गीय उत्तराखंड में धमक चुके हैं। सोमवार को कैलाश विजयवर्गीय ने देहरादून पहुंच कर भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश पोखरियाल निशंक से उनके आवास पर मुलाकात की तो वहीं इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक की। आपको बता दें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय उत्तराखंड भाजपा की सरकार बनाने के मकसद से आए हैं हालांकि उन्हें इस बात से बेहद कम फर्क पड़ता है कि भाजपा विधानसभा चुनाव के परिणाम में सबसे ज्यादा सीट जीत कर आए। कैलाश विजयवर्गीय अपनी राजनीतिक तिकड़म बाजी के लिए महारत रखते हैं और यही वजह है कि कैलाश विजयवर्गीय को लेकर कांग्रेस के नेताओं की नींद उड़ी हुई है। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय देहरादून के पेसिफिक होटल में ठहरे हुए हैं और कल वह पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक पेसिफिक होटल में लेंगे। मिली जानकारी के अनुसार अब चुनाव परिणामों तक कैलाश विजयवर्गीय उत्तराखंड में ही अपना डेरा डालकर रखेंगे।
कांग्रेस विजयवर्गीय से बाघ जैसा क्यों डरती है ?
कांग्रेस के नेताओं में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को लेकर कितना खौफ है यह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बयान से समझा जा सकता है जिसमें वह कैलाश विजयवर्गीय को बाघ बताते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के अनुसार राजनीति का यह बाग उत्तराखंड में आने वाला है और अब गणेश गोदियाल के अनुसार जिसे वह बाघ बता रहे थे वह उत्तराखंड में आ चुका है। आपको बता दें कि कांग्रेसका विजयवर्गीय को बाग बताने की वजह उनके सियासी चाल है। भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गीय 2016 में कांग्रेस की सरकार गिरा चुके हैं वही इसके अलावा देश के पश्चिम बंगाल सहित अन्य कई राज्यों में कैलाश विजयवर्गीय अपनी तिकड़म बाजी से भाजपा की सरकार बना चुके हैं वह भी तब जब भाजपा पूर्ण बहुमत में नहीं आई थी ऐसे में कांग्रेस को डर है कि उत्तराखंड में ज्यादा सीटें जीतने के बावजूद भी ऐसा हो सकता है कि भाजपा अपने संसाधनों का उपयोग कर और कैलाश विजयवर्गीय जैसे तेज तर्रार नेताओं का इस्तेमाल कर उनकी सरकार बनाने मैं अड़चन पैदा कर दे यही वजह है कि कांग्रेस के नेताओं की नींद उड़ी हुई है।