उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अब एक और पुरानी व्यवस्था बदल दी है। तीरथ रावत ने CM फ्लीट में चलने वाली बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ी को बदल कर इनोवा कार को अपनी सवारी बना लीया है। लेकिन ऐसा क्यों किया है नए मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने इसकी भी एक बेहद खास वजह है।
CM tirath rawat changed his fleet fortuner car to inova car
उत्तराखंड में वर्ष 2017 में भाजपा की प्रचण्ड बहुमत की सरकार आने के बाद बने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने आपने सरकारी काफिले में बदलाव किया और सीएम फ्लीट में 70 लाख की लागत से फॉर्च्यूनर गाड़ी को शामिल किया गया। यह फॉर्च्यूनर कार बुलेट प्रूफ कार है और इसका एक एक दरवाजा सैकड़ों किलो का है। त्रिवेंद्र रावत के बतौर मुख्यमंत्री सीएम के काफिले में किए गए इस बदलाव की काफी सुर्खियां बनी और सीएम के इस बूलेट प्रुफ फ्लीट को उस समय खूब मीडिया कवरेज मिली। लेकिन अब उत्तराखंड में नेतृत्व बदल चुका है और मुख्यमंत्री भी। नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अब तक तो फिलहाल उसी बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर कार में चल रहे थे लेकिन बीच में कोविड संक्रमित हुए तीरथ सिंह रावत ने कोरोना से उभरने के बाद मुख्यमंत्री की यह बुलेट प्रूफ कार छोड़कर इनोवा में उतरने का मन बनाया और आज जब वह कोरोना से लड़ने के बाद पहली दफा भाजपा कार्यालय में पहुंचे तो इनोवा कार में थे।
बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर छोड़ इनोवा में आने की यह है वजह..
दरअसल मुख्यमंत्री की फ्लीट में मौजूद बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर कार के दरवाजे और सीसे डबल कोटिंग वाले बुलेटप्रूफ शीशे हैं जोकि खुलते नहीं है। ऐसे में तीरथ सिंह रावत जो कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले ही दिन से अपने आप को जनता के ज्यादा करीब रखने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी इसी कोशिश का यह भी एक हिस्सा है। दरअसल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चाहते हैं कि वह जब भी जनता के बीच में जाएं तो जनता को करीब से मिले। उनके बीच में इस तरह की कोई बाधा उत्पन्न ना हो जिसे हटाई ना जा सके। Cm तीरथ रावत चाहते हैं कि उनकी गाड़ी का शीशा खुले और वह गाड़ी में बैठे होने के साथ-साथ भी लोगों को अपना हाथ हिला कर संबोधित कर सकें साथ ही गाड़ी में बैठे होने के बाद भी लोगों से बातचीत कर सकें। इसमे बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर कार के ना खुलने वाले शीशे एक बड़ा रोड़ा बन रहे थे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस बाधा को खत्म करने के लिए अपनी बुलेट प्रूफ गाड़ी छोड़कर इनोवा में चलने का फैसला लिया है।