मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान सरकार की तरफ से 21 हजार 117 करोड़ का लेखानुदान
(Uttarakhand Budget 2022) सदन के पटल पर रखा गया लेकिन बजट के पटल पर रखते ही विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया और सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गयी है।Uttarakhand vote on account budget march 2022
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद लाया गया लेखानुदान : Uttarakhand Budget 2022
विधानसभा सत्र के पहले दिन चले सत्र के दौरान पहले राज्यपाल का अभिभाषण हुआ तो वही भोजन अवकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण के विधानसभा अध्यक्ष के पतन के तुरन्त बाद सरकार द्वारा अगले 4 महीनों के लिए लेखानुदान सदन के पटल पर रखा गया है। लेकिन इसी बीच विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर आपत्ति खड़ी करते हुए पहले इस अभिभाषण पर चर्चा की मांग की और राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार को घेरने का काम किया। विपक्ष के लगातार हो रहे हंगामे के बीच ही 21116.81 करोड़ का लेखानुदान सदन के पटल पर रखा गया। तो इसी बीच लगातार हो रहे विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने विधानसभा की कार्रवाई कल सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।
केवल चार महीनों के लिए आया लेखानुदान, फिर आएगा पूरा बजट
आपको बता दें कि सरकार द्वारा सदन के पटल पर रखा गया लेखानुदान केवल अगले 4 महीनों के लिए लाया गया है और 4 महीने बाद सरकार एक बार फिर से पूरा बजट सदन में पेश करेगी। तो वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने लेखानुदान बजट की जानकारी देते हुए बताया कि आज लेखानुदान बजट को सदन के पटल पर रखा गया है तो ही कल इस पर चर्चा की जाएगी।
किस विभाग को कितना बजट मिला ?
केन्द्र पोषित योजनाओं के लिए बजट
- समग्र शिक्षा – 428 करोड़ 93 लाख
- जल जीवन मिशन 261 करोड़ 67 लाख
- PMGSY – 333 करोड़ 33 लाख
- ICDS – 204 करोड़ 95 लाख
- नेशनल रूरल हेल्थ मिशन – 149 करोड़ 01 लाख
- प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण – 103 करोड़ 92 लाख
- मनरेगा- 99 करोड़ 28 लाख
- लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना- 78 करोड़
- केन्द्रीय सड़क निधि – 66करोड़ 66 लाख
- मध्याह्न भोजन- 60करोड़ 20 लाख
- स्मार्ट सिटी – 63 करोड़ 33 लाख
- स्वच्छ भारत मिशन – 55 करोड़ 40 लाख
- प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी- 45 करोड़ 42 लाख
- कौशल विकास योजना- 42 करोड़ 75 लाख
- हॉर्टिकल्चर मिशन – 23 करोड़ 67 लाख
राज्य पोषित योजनाओं के लिए बजट
- सामाजिक सुरक्षा (पेंशन) के लिए 475 करोड़ रुपये।
- राज्य वित्त आयोग द्वारा स्थानीय निकायों को संस्तुत करो से
- समनुदेशन के लिए 459.60 करोड़।
- सड़क निर्माण कार्यों के लिए 233 करोड रुपये
- प्रदेश के मार्गों पुलों का अनुरक्षण के लिए 117 करोड रुपये
- अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान 83.33 करोड़ रुपये
- जमरानी बांध परियोजना हेतु भूमि अधिग्रहण 73.33 करोड़ रुपये
- अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना 53.33 करोड़ रुपये
- नंदा गौरा योजना के लिए 50 करोड़ रुपये
- सॉन्ग नदी पर बांध निर्माण हेतु अवस्था अपना कार्यों का निर्माण 50 करोड़ रुपये
- राज्य मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी एवं संबद्ध चिकित्सालयों की स्थापना 47.47 करोड़ रुपये
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत प्रतिपूर्ति के लिये 43 करोड़ रुपये
- पीएमजीएसवाई में भूमि अधिग्रहण के लिए 33 करोड़ रुपये
- राज्य में मेट्रो रेल के निर्माण के लिए 23.3 करोड़ रुपये
- हवाई पट्टी के निर्माण विस्तार हेतु 23 करोड़ रुपये
- नगरीय पेयजल योजनाओं के निर्माण के लिए 23.33 करोड़ रुपये
- निर्धन परिवारों हेतु रसोई गैस पर अनुदान 18 करोड़ रुपये
- शहरी विकास के अंतर्गत अवस्थापना निर्माण के लिए 16.66 करोड़ रुपये
- पर्यटन विकास हेतु अवस्थापना निर्माण के लिए 16 करोड़ रुपये
- दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के लिए 15 करोड़ रुपये
- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 13.33 करोड़ रुपये