राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने शुक्रवार को वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, देहरादून के छठे दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल भी उपस्थित रहे। इस दीक्षांत समारोह में सूचना उपनिदेशक नितिन उपाध्याय को भी PHD मास कम्युनिकेशन की उपाधि से नवाजा गया।
Uttarakhand technical university 6th convocation
शुक्रवार को देहरादून सिद्दूवाला में मौजूद उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में छटा दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस दीक्षांत समारोह में 66 गोल्ड मैडलिस्ट और वर्ष 2017 से 2022 तक के 308 पीएच०डी० धारकों को राज्यपाल ने डिग्री और मेडल दिए। PHD डिग्री धारकों में सूचना उपनिदेशक नितिन उपाध्याय और वरिष्ठ पत्रकार प्रवीन कुमार को भी PHD उपाधि से नवाजा गया। इस मौके पर सूचना उपनिदेशक नितिन उपाध्याय ने कहा कि मास मीडिया का तौर तरीका लगातार इस वर्तमान परिपेक्ष में बदल रहा है साथ ही नितिन उपाध्याय ने मास कम्युनिकेशन के नए छात्रों को संदेश दिया है कि वह देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और PHD उपाधि मिलने के बाद नितिन उपाध्याय ने कहा कि उनका शोध निश्चित तौर से देश और प्रदेश के विकास में मीडिया की भूमिका को लेकर नए शोध करने में कारगर साबित होगा।
दीक्षान्त समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने सभी मेडल और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के आदर्श वीर माधो सिंह भण्डारी हैं जो हम सबके लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनकी महान वीरता, तकनीकी कुशलता, दृढ़ संकल्प और कुशलता को हम आज भी याद करते हैं। उन्होंने तकनीकी क्षेत्र के युवाओं, विद्धानों, शिक्षण संस्थानों और नेतृत्वकर्ताओं से अतीत के समृद्धशाली इतिहास को सामने लाने का आग्रह किया।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का संकल्प लेकर हमें तकनीकी के बल पर कार्य करना होगा। यहाँ की जल विद्युत परियोजनाएं, ऑर्गेनिक खेती, पयर्टन, तीर्थाटन, साहसिक गतिविधियों के साथ-साथ हर क्षेत्र में विकास की कहानी लिखते हुए इस धरती को हरियाली, खुशहाली और समृद्धि की ओर ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि तकनीकी व रिसर्च एक साथ मिलकर राष्ट्र के भविष्य को बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी पुरातन सभ्यता, संस्कृति, आयुर्वेद, योगा को कदापि नहीं भूलना चाहिए, यह उत्तराखण्ड की अलग पहचान है जो हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती है। संस्कृति, सभ्यता के साथ जुड़कर नई तकनीकी को अपनाना है।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को दीक्षांत समारोह की सफलता की बधाई दी। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्वारा 308 शोधार्थियों को पी.एच.डी उपाधि व 66 विद्यार्थियों को गोल्ड़ मेडल प्रदान किए। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इस बात पर हर्ष है कि उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में छात्राओं की संख्या अधिक है जो महिला शक्ति को दर्शाता है। दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.पी.पी.ध्यानी ने विश्वविद्यालय के क्रियाकलापों, अनुसंधान एवं नवाचारों की जानकारी दी। इस अवसर पर पदम्श्री प्रो.ए.एम.पुरोहित, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.आर.पी.गुप्ता, वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जन्तवाल के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, विश्वविद्यालय के कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, उपाधि व मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।