14 जून को अखिल भारतीय विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर देश भर के विश्वविद्यालय कर्मचारी संगठन के साथ उत्तराखंड के विश्वविद्यालय संगठन द्वारा मांगे पूरी ना होने के मुद्दे पर विरोध दिवस मनाया गया|
University Employee’s Federation
देशभर के कई राज्यों के साथ उत्तराखंड में भी विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आवाहन पर दिनांक 14 जून 2023 को विश्वविद्यालयों में कार्य करने वाले कर्मचारियों के विभिन्न मांगों के समर्थन में विरोध दिवस मनाया गया। राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों के कर्मचारी संगठनों ने भारत सरकार के प्रधानमंत्री और भारत सरकार के शिक्षा मंत्री को संबोधित करते हुए ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को सौंपे।
क्या है लंबित मांगे, जिनको लेकर मनाया गया विरोध दिवस |University Employee’s Federation
- देशभर के कर्मचारियों को एक समान वेतन व्यवस्था UGC वेतनमान दिया जाना।
- शिक्षा में देश की GDP का 6% योगदान तय करना।
- विश्वविद्यालयों में काम कर रहे संविदा, दैनिक तदर्थ कर्मचारियों को नियमित किया जाना।
- कार्यरत कर्मचारियों की तय समय पर पदोन्नति किया जाना।
- विद्यालय में रिक्त पदों पर नियुक्ति किया जाना।
- पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाना।
उपरोक्त सभी मांगें पूरी कराने के लिए ही विरोध दिवस मनाया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए उत्तराखंड विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह और महामंत्री डॉ लक्ष्मण सिंह रौतेला ने बताया कि उत्तराखंड राज्य के साथ देशभर के विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों की विभिन्न मांगे लंबे समय से पूरी नहीं की जा रही हैं। अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
विश्वविद्यालयों के उच्च अधिकारियों को सौंपा गया ज्ञापन |University Employee’s Federation
विरोध दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय संगठन द्वारा अपने विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों को प्रधानमंत्री भारत सरकार और शिक्षा मंत्री भारत सरकार को संबोधित करते हुए ज्ञापन दिए गए। जिसके तहत उत्तराखंड में भी विभिन्न विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों संगठन द्वारा ज्ञापन सौंपे गए।
विरोध दिवस के बारे में बताते हुए महासंघ के कर्मचारी अध्यक्ष दीपक सुंद्रियाल और कर्मचारी महामंत्री प्रशांत मेहता ने कहा कि उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों की मांगों के निस्तारण के प्रकरण लंबित चल रहे हैं और प्रशासन का रवैया नकारात्मक है। जिस कारण संगठन द्वारा विरोध किया जा रहा है।
किन विश्वविद्यालय ने सौंपा ज्ञापन |University Employee’s Federation
उत्तराखंड संगठन के प्रवक्ता चंद्र सिंह बगियाल ने विरोध दिवस के में हिस्सा लेने वाले विश्वविद्यालयों संगठन के बारे में बताते हुए कहा कि अखिल भारतीय विश्वविद्यालय कर्मचारी संगठन के आवाहन पर उत्तराखंड के कई विश्वविद्यालयों ने हिस्सा लिया और विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
- कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल
- सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा
- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी
- उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय ,हरिद्वार
- हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर
- आयुर्वेद विश्वविद्यालय, देहरादून
- तकनीकी विश्वविद्यालय, देहरादून
- औद्यानिकी विश्वविद्यालय, भरसार
- गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार