गुरुवार को मुख्यमंत्री तीर्थ रावत ने अपने 100 दिन का लेखा-जोखा मीडिया के सामने रखा। तो वहीं इस मौके पर उन्होंने अपनी 100 दिन की उपलब्धियों पर विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया।
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सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री तीर्थ रावत ने सरकार की उपलब्धियों को सार्वजनिक करते हुए सेवा समर्पण और विकास के 100 दिन नाम से विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री तीरथ रावत के साथ कैबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, वरिष्ठ भाजपा विधायक हरबंस कपूर , देहरादून के पूर्व मेयर और विधायक विनोद चमोली के अलावा विधायक खजान दास सहदेव पुंडीर , मुन्ना सिंह चौहान के अलावा कई विधायक मौजूद रहे।
चुनौती के साथ शुरू हुआ सफर …
अपने 100 दिन का सफर के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि उन्होंने 10 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और तकरीबन 10 दिनों के भीतर ही उन्होंने कई नई योजनाओं की शुरुआत की। लेकिन 10 दिन के भीतर ही वह खुद कोविड के शिकार हो गए और अगले 17 दिन तक उन्होंने कोविड के सभी मानकों का पालन करते हुए होम आइसोलेशन में ही अपने शासकीय कार्यों को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कोविड से ग्रसित होने के दौरान ही कई बैठकों में वर्चुअल भाग लिया गया तो वहीं इस दौरान उन्होंने वर्चुअल जनता दरबार भी लगाए।
मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने बताया कि उनके इस 100 दिन के कार्यकाल में कोविड की दूसरी लहर का भी सामना करना पड़ा है और उनके 100 दिन में से 46 दिन कोविड से बुरी तरह जूझते हुए गुरजें हैं। उन्होंने कहा कि कोविड की ऐसी दूसरी लहर आएगी किसी ने उम्मीद नही की थी। उन्होंने कहा कोविड के भयाभय मंजर का सामना हम सब ने किया और हम सब उससे जूझे हैं। लेकिन उन्होंने बताया कि जब उनके द्वारा कोविड के प्रकोप से जूझते हुए 1 अप्रैल को व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक की गई तो उन्हीने पाया कि उस समय तक प्रदेश की सभी स्वास्थ्य सुविधाएं कई गुना तक बढ़ाई जा चुकी थी और हमने इस चुनौती को बखूबी निभाया है।
सीएम तीरथ ने कहा सरकार आज कोविड की तीसरी लहर के लिए भी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कामना की है कि हमें तीसरी लहर का सामना ना करना पड़े लेकिन इसके बावजूद भी अगर तीसरी लहर आती है तो प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था है सुचारू रूप से पूरी कर दी गई है। मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने बताया कि प्रदेश में 14 दिनों के भीतर ऋषिकेश में 500 बेड का एक अत्याधुनिक सुविधाओं वाला बड़ा अस्पताल बनाया गया तो ऐसा ही एक और अस्पताल हल्द्वानी में इसी तरह से डीआरडीओ की मदद से और केंद्र सरकार के आशीर्वाद से संभव हो पाया है।
तीरथ रावत की 100 दिन की उपलब्धि ….
इसके अलावा मुख्यमंत्री तीर्थ रावत ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कई मंत्रालयों के मंत्रियों से मुलाकात की है और हर किसी मंत्री से उन्हें कुछ ना कुछ सौगात उत्तराखंड के लिए जरूर मिली है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है तो वहीं अन्य मंत्रालयों द्वारा भी उनके हर एक आग्रह को से सम्मान स्वीकार किया गया है। इसके अलावा उन्होंने 100 दिन की उपलब्धियों के बारे का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कोविड प्रभावितों के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं तो वहीं इसके अलावा वैक्सीनेशन की अगर बात की जाए तो पूरे प्रदेश में तकरीबन 65 फ़ीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है तो वहीं इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र से गंगोत्री और यमुनोत्री रेलवे प्रोजेक्ट के लिए भी स्वीकृति मिली है इसके अलावा कुमाऊं में एम्स की शुरुआत के लिए प्रयास किए जा रहे हैं