Tiger Hunting Red Alert

अंतरराष्ट्रीय शिकारी गिरोह (Tiger Hunting Red Alert) के जिम कॉर्बेट पार्क और राजाजी पार्क में सक्रिय होने से बाद उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के साथ अलग–अलग राज्यों में बाघों के शिकार को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है |

Tiger Hunting Red Alert

विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट इंटरनेशनल पार्क, राजा जी इंटरनेशनल पार्क सहित भारत में स्थित 8 टाइगर रिजर्व में अंतरराष्ट्रीय शिकारी गिरोह के सक्रिय होने के बाद उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सही अन्य राज्यों में बाघ के शिकार को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अधिक बाघों वाले वन छेत्र में भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ने किया राज्यों को सतर्क | Tiger Hunting Red Alert

Tiger Hunting Red Alert

वाइल्ड लाइव कंट्रोल ब्यूरो के एडिशनल डायरेक्टर एवी गिरीशा ने देश के कुछ हिस्सों में वन्यजीव अंगों के साथ पकड़े गए कुछ तस्करों से पूछताछ में मिली जानकारी के चलते देश के अलग-अलग राज्यों के पीसीसीएफ–वाइल्ड लाइफ, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन और रिज़र्व निदेशकों को पत्र भेजकर बाघों के शिकार को लेकर रेड अलर्ट जारी किया।

भारत के टाइगर रिजर्व पर अंतरराष्ट्रीय शिकारी गिरोह की नज़र | Tiger Hunting Red Alert

पत्र में एवी गिरिशा ने टाइगर रिजर्व खासकर सतपुड़ा , तादोबा, पेंच, कॉर्बेट, अमानगढ़, पीलीभीत, वाल्मीकि और राजाजी टाइगर रिजर्व के आसपास कुछ बड़े शिकारी गिरोह के सक्रिय होने की बात कही है। और कहा कि बाघ की अच्छी आबादी होने के कारण बालाघाट गढ़चिरौली और चंद्रपुर जैसे जंगली क्षेत्रों में भी ऐसे गिरोह की नजर है।

यहां छुपे हो सकते शिकारी | Tiger Hunting Red Alert

वाइल्ड लाइफ कंट्रोल ब्यूरो के एडिशनल डायरेक्टर एवी गिरीशा के द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया कि टाइगर रिजर्व समेत तमाम क्षेत्रों में आसपास तंबुओं,मंदिर, बस, रेलवे स्टेशन, खाली पड़े घरों में शिकारियों के छुपने की आशंका है। पुलिस के द्वारा विशेष अभियान चलाए जाने के साथ ही सत्यापन कराने पर भी बल दिया गया और कॉर्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व में रेड अलर्ट के चलते गश्त बढ़ाने की हिदायत दी गई है।

12 मतों के साथ उत्तराखंड तीसरे नंबर पर | Tiger Hunting Red Alert

Tiger Hunting Red Alert

देश में बढ़ते शिकार के चलते इस साल भारत में अब तक 99 बाघ मर चुके हैं जिनकी मौत, शिकार, दुर्घटना, आपसी संघर्ष या दूसरे कारणों से हुई है। बाघों की मृत्यु दरों के अनुसार 26 मौतों के साथ मध्य प्रदेश पहले नंबर पर 19 मतों के साथ महाराष्ट्र दूसरे और 12 मतों के साथ उत्तराखंड तीसरे नंबर पर है। आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अकेले ही पांच बाघों की मृत्यु हो चुकी है बाकी 7 मौतें कुमाऊं में ही दर्ज की गई हैं। जिन पर राज्य सरकार ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की जांच बिठाई है।