Dehradun Smart City के कार्यों की शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने समीक्षा बैठक की। स्मार्ट सिटी के कामो की धीमी रफ्तार पर मंत्री ने नाराजगी जताई और कहा कि बरसात से पहले सभी कार्य पूरे होने चाहिए और दिन में ट्रैफिक है तो रात में काम करें लेकिन समय से पहले कार्य पूरा कर के दें। उन्होंने सख्ती में कहा कि क़्वालिटी में कोई समझौता न किया जाए।Review Meeting on Dehradun Smart City Work
बुधवार को विधानसभा में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी (Dehradun Smart City) की कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों में लगातार हो रही देरी को लेकर नाराजगी जताई और अधिकारियों को फटकार भी लगाई। बैठक में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि वाटर सप्लाई, सीवरेज, फसाड योजना, ड्रेनेज इत्यादि के कार्य चल जा रहे है, जो कि अपने आखिरी फेज में हैं। साथ ही बताया गया कि शिलान्यास के बाद से ही ग्रीन बिल्डिंग का कार्य भी बहुत तेज गति से चल रहा है।
बैठक के बाद शहरी विकास मंत्री ने जानकारी दी कि शहर में आधुनिक लाइब्रेरी का काम, परेड ग्राउंड में सौंदर्यीकरण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Dehradun Smart City) के तहत पूरे हो गए हैं। इसी तरह से और भी कई कार्य तेज गति से ओर किये जा रहे हैं। शहर में स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट के तहत काम उतनी तेज गति से ना होने पर मंत्री काफी नाराज हुए और सख्त लहजे में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात से पहले यह कार्य पूरा हो जाना चाहिए। आपको बता दें कि शहरी विकास मंत्री के पास पूरे शहर भर में जगह-जगह पर खुद ही सड़कों को लेकर आम लोगों को आ रही समस्याओं की शिकायतें मिल रही है जिस पर शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल बेहद नाराज हुए और उन्होंने अधिकारियों को जल्द इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सरकार को जनता की जवाबदेही का सामना करना है ऐसे में जनता का सामना सरकार को करना है लिहाजा स्मार्ट सिटी के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी तय कर ले। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में चुनौतियां और अधिक बढ़ जाएगी लिहाजा बरसात से पहले रफ्तार को बढ़ाया जाए और यह काम पूरे कर लिए जाए उन्होंने यह भी कहा कि यदि दिन में काम करने में ट्रैफिक की समस्या सामने आती है तो व्यवस्था ऐसी की जाए है कि रात को काम किया जाए और कार्य को तेज गति से बढ़ाते हुए इसे मानसून सीजन से पहले हर हालत में पूरा कर दिया जाए। वहीद के अलावा विभागीय मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि कार्य पूरा करने की होड़ में गुणवत्ता को साइडलाइन ना किया जाए बल्कि क्वालिटी को भी मेंटेन रखा जाए और यदि कहीं पर गुणवत्ता में शिकायत आती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी