records tempering case in registrar office Dehradun

डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफिस देहरादून में रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ के (records tempering case in registrar office Dehradun) मामले में अधिकारियों और भू–माफियों की मिलीभगत का भंडाफोड़ हुआ है। मामला सामने आने पर जिला अधिकारियों ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए हैं |

records tempering case in registrar office Dehradun

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफिस में फर्जी रिकॉर्ड और रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी सोनिका के निर्देशों पर एडीएम फाइनेंस ने रिपोर्ट की जांच शुरू कर दी है जिसके बाद जिलाधिकारी ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

रिकॉर्ड संबंधित शिकायत आने पर हुआ खुलासा | records tempering case in registrar office Dehradun

records tempering case in registrar office Dehradun

देहरादून के जिलाधिकारी सोनिका के निर्देश पर डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफिस में रिकॉर्ड्स के संबंध में शिकायत मिलने के बाद एडीएम फाइनेंस हो जांच के निर्देश दिए गए थे जिसमें एडीएम फाइनेंस ने रिपोर्ट पेश करते हुए जानकारी दी गई की फर्जी विक्रय, डोनेशन लेटर में रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ और अन्य लाभ पहुंचाना आदि मामले सामने आने पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे।

इन मामलों पर हुआ मुकदमा दर्ज | records tempering case in registrar office Dehradun

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सीलिंग भूमि, अतिरिक्त घोषित भूमि, चाय बाग, लीची बाग की भूमि, शत्रु संपत्ति, झगड़े की संपत्ति, उन प्राइवेट व्यक्तियों की भूमि जो खाली पड़ी है, विदेश में रहते हैं और ग्राम सभा की भूमि के साथ उत्तराखंड सरकार की भूमि पर फर्जी बैनामा के द्वारा जालसाजी, खरीद फरोख्त कर कब्जा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मामले में शामिल लोगो पर होगी जांच | records tempering case in registrar office Dehradun

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एडीएम वित्त रामजी शरण शर्मा ने बताया कि अभी तक जो रिकॉर्ड सामने आए हैं इस तरह के और भी मामले सामने आने की संभावनाएं है। इस प्रकरण में शामिल सभी लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं। रामजी लाल शर्मा ने बताया कि अभी तक जो दस्तावेज रिकॉर्ड्स में फर्जी साबित हो चुके हैं या संदिग्ध प्रतीत हो रहे हैं, उन सभी में भूमि का मालिकाना हक या कब्जे की प्रक्रिया को तुरंत रोक दिया गया है। ऐसे प्रकरणों में शामिल लोगों के खिलाफ जरूरी कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

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