NMC issued Guidelines 1

नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के अनुसार सरकारी या निजी अस्पतालों में इलाज के दौरान हंगामा करना मरीजों को महंगा पड़ सकता है। हंगामा की स्थिति में डॉक्टर मरीज के इलाज से इनकार कर सकेंगे |

NMC issued Guidelines

एमएमसी के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में कहा गया है कि यदि कोई मरीज अस्पताल की ओपीडी या इमरजेंसी में हंगामा करता है तो डॉक्टर उनका इलाज करने से मना कर सकते हैं। इससे पहले डॉक्टर ऐसी स्थिति में इलाज से इंकार नहीं कर सकते थे। लेकिन प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष डॉ मनोज वर्मा इस गाइडलाइन से सहमत नही हैं।

गाइडलाइंस से सहमत नहीं स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष | NMC issued Guidelines

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क्रांति चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष डॉ मनोज वर्मा इस गाइडलाइन से संतुष्ट नहीं है उनका कहना है कि नियमों में मरीज के साथ ईमानदार को भी शामिल करना चाहिए उनका कहना है कि अक्सर देखने में आता है कि मरीज के साथ आए परिजन ज्यादा हंगामा करते हैं ऐसे में गाइडलाइन में मरीजों के साथ तीमारदार शब्द को भी जोड़ना चाहिए। लेकिन उनका मानना है की गाइडलाइन जारी होने से अस्पतालों में हो रहे हंगामों में कुछ कमी जरूर आएगी।

डॉक्टरों के प्रोटेक्शन को सुनिश्चित करती गाइडलाइन | NMC issued Guidelines

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NMC के द्वारा जारी की गई नई का हेडलाइंस में चिकित्सा से चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉक्टर आशुतोष राणा का कहना है कि कमीशन की है गाइडलाइन डॉक्टर के लिए प्रोटेक्शन सुनिश्चित करने का काम करती है लेकिन यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि हमेशा मैरिज या ईमानदार ही हंगामा की वजह नहीं होते हैं उनका कहना है कि कई बार स्वास्थ्य कर्मचारियों का व्यवहार भी झगड़ा और विवाद का कारण होता है ऐसे में अस्पतालों में मरीजों के साथ ही कर्मचारियों को भी संयमित रहने की जरूरत है।

गाइडलाइन से चिकित्सकों पर भी हुई सख्ती | NMC issued Guidelines

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उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल ने राज्य में एनसीसी के द्वारा जारी गई गई गाइडलाइन को लागू कर दिया है। जिसके चलते डॉक्टरों को मरीजों के लिए जेनेरिक दवा लिखने, दवा कंपनी और टेस्टिंग लैब से उपहार नहीं लेने के साथ ही दवा कंपनियों की ओर से आयोजित सेमिनार में भी प्रतिभागी नहीं लेने के लिए कहा गया है।

एनएमसी के द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत डॉक्टर डिग्री के आधार पर ही इलाज का दावा कर सकेंगे। काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉक्टर सुधीर पांडे ने बताया कि एमसी की गाइडलाइन राज्य में लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।