जोशीमठ में राहत बचाव कार्यों को लेकर के लगातार शासन स्तर पर कार्रवाई की जा रही है तो वही जोशीमठ को लेकर के सोमवार को कुछ बड़े फैसले भी दिए गए जिनकी जानकारी आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने दी।
Joshimath disaster update
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में केंद्र सरकार से आये NDMA, गृह मंत्रालय और बॉर्डर सेफ्टी के अधिकारियों के साथ हुई बैठक की जानकारी आपदा प्रबन्धन सचिव रंजीत सिन्हा ने मीडिया को दी। आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ के हालातों को लेकर के लगातार राज्य सरकार और केंद्र सरकार तेज गति से राहत और बचाव कार्य चला रही है। उन्होंने बताया कि अब तक जोशीमठ में 678 घरों को आपदा प्रभावित क्षेत्र के तहत चयनित किया गया है जिनमें बड़ी और छोटी दरारें पाई गई है। उन्होंने बताया कि 81 परिवारों को अब तक अन्यंत्र विस्थापित कर दिया गया है तो वही 38 परिवार किराए पर दूसरी जगह हैं जिनका किराया वहन सरकार द्वारा किया जा रहा है।
कल जोशीमठ में गिराए जाएंगे दो होटल
आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि शासन द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार जोशीमठ आपदा प्रभावित क्षेत्र में मौजूद दो बड़े होटल मलारी इन होटल और माउंट माउंट व्यू होटल को मेकेनिकल तरीके से डिमोलिश्ड किया जाएगा। यानी कि जोशीमठ में मौजूद इन दोनों बड़े होटलों को धीरे-धीरे कर पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार अभी केवल इन्हीं दो होटलों के ध्वस्तीकरण का फैसला लिया गया है जिसके लिए लोक निर्माण विभाग को उपकरण उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। हालांकि अभी अन्य प्रभावित भवनों को ले कर कोई फैसला नहीं लिया गया है। वही इसके अलावा जोशीमठ शहर के नीचे नदी से हो रहे भू कटाव को रोकने के लिए सुरक्षा दीवार लगाने के तत्काल निर्देश दिए गए हैं। जोशीमठ में लगातार बढ़ रही दरारों से वहां मौजूद बिजली के पोल पर लगातार बन रहे खतरे को देखते हुए यूपीसीएल और पिटकुल के अधिकारियों को तत्काल जोशीमठ रवाना किया गया है।
राज्यस्तर और जिले स्तर पर कमेटी रोज करेगी समीक्षा।
आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में राहत और रिहैबिलिटेशन के कार्य के लिए राज्य स्तर पर एक हाई पावर कमेटी ACS वित्त आनंद वर्धन के अध्यक्षता में बनाई गई है। तो वहीं इसके अलावा जोशीमठ में राहत और रिहैबिलिटेशन के कार्यों को सुचारु रखने के लिए जिला स्तर पर भी एक कमेटी बनाई गई है। जो कि सभी विभागों के साथ और स्थानीय लोगों के साथ समन्वय स्थापित करेगी। आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि शासन स्तर पर खुद मुख्य सचिव रोजाना 12:00 बजे जोशीमठ में चल रहे इन तमाम कार्यों की समीक्षा हर हाल में करेंगे।
768 घरों में दरारें, 81 परिवार अस्थाई विस्थापित
आपदा प्रबंधन से मिली ताजा जानकारी के अनुसार अब तक जोशीमठ शहर में चिन्हिकरण के दौरान शहर के अलग-अलग इलाकों में कुल 678 घरों को चिन्हित किया गया है जिनमें दरारे हैं और वह खतरे की जद में है। आपदा जानकारी के अनुसार जोशीमठ के 9 अलग अलग वार्ड में कुछ 678 दरारें चिन्हित की गई हैं।
जोशीमठ के 9 वार्डो में 678 दरारें —–
- गांधीनगर – 134 दरारें
- पालिका मारवाड़ी – 35 दरारें
- लोअर बाजार – 31 दरारें
- सिंहधार – 72 दरारें
- मनोहरबाग – 101 दरारें
- अपर बाजार – 36 दरारें
- सुनील – 53 दरारें
- परसारी – 55 दरारें
- रविग्राम – 161 दरारें
जोशीमठ में गिराए जायेंगे मलारी इन और माउंट व्यू 2 होटल।
विस्थापित किए गए 81 परिवारों का विवरण —-
1) 18 परिवार नगर पालिका जोशीमठ में विस्थापित किए गए।
2) 04 परिवार प्राथमिक विद्यालय जोशीमठ में विस्थापित किए गए।
3) 09 परिवार मिलन केंद्र सिंहधार -2 में विस्थापित किए गए।
4) 09 परिवार गुरुद्वारा जोशीमठ में विस्थापित किए गए।
5) 01 परिवार सिंचाई विभाग कालोनी में विस्थापित किया गया।
6) 05 परिवार टूरिस्ट हॉस्टल औली रोड़ मनोहरबाग में विस्थापित किए गए।
7) 03 प्राथमिक वि. सिंहधार में विस्थापित किए गए।
8) 08 परिवार होटल द्रोणगिरी में विस्थापित किए गए।
9) 03 परिवार होटल नंदादेवी में विस्थापित किए गए।
10) 13 परिवार अन्य भवनों और रिश्तेदारों के घरों में विस्थापित किए गए हैं।