उत्तराखंड में कल आये कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के देहरादून में मिलने के बाद सरकार एक बार फिर से सख्ते में है। ओमिक्रोन के मिलने बाद शासन के अधिकारीयों कोविड के हालातों की समीक्षा की गई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि अगले कुछ दिनों के हालातों को देखने के बाद जरूरत पड़ी तो नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
Due to Omicron virus, there may be a need to impose night curfew in Dehradun
सचिवालय में हुई कोविड पर हाई लेवल की बैठक
कल स्कॉटलैंड से देहरादून कांवली रोड़ पहुंची एक 24 वर्षीय महिला में कोविड-19 कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के पाए जाने के बाद उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है तो वही देहरादून में ओमिकरों की दस्तक की खबर से देहरादून में भी लोगों मैं चिंता बढ़ गई है। दिन-ब-दिन प्रदेश में बढ़ रहे कोविड-19 के आंकड़ों को देखते हुए उत्तराखंड शासन में आज एक बड़ी बैठक आयोजित की गई थी जिसमें संबंधित विभागों के सभी अधिकारी मौजूद रहे और प्रदेश में कोविड-19 महामारी के हालातों पर इस बैठक में गहन चर्चा की गई।
कल देहरादून में आया था ओमिक्रोन का पहला केस
बैठक के बाद शासन द्वारा जारी की गई सूचना में बताया गया है कि कल बुधवार दिनाँक 22 दिसम्बर, 2021 को देहरादून में ओमिक्रोन वायरस का एक केस मिलने के बाद आज गुरुवार 23 दिसम्बर, 2021 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में, हेल्थ सेक्रेटरी, और सेक्रेटरी डिजास्टर मैनेजमेंट, सचिव मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार, पुलिस महानिदेशक तथा महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड की उपस्थिति में ओमिक्रोन (Omicron) वेरियन्ट के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के दृष्टिगत भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में उच्च स्तरीय विचार-विमर्श किया गया जिसमें सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस नए वेरिएंट ओमिक्रोन से बचाव के लिए एक ठोस कार्यवाही के निर्देश दिए गए। आज शासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों में जैसे- अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाईयां इत्यादि की समुचित व्यवस्था हेतु निर्देश दिये गये।
देहरादून में जरूरत पड़ने पर लगाया जा सकता है कोविड कर्फ्यू, बढ़ सकती है पाबन्दी
वहीं इसके अतिरिक्त ऑमिकॉन (Omicron) वेरियन्ट के संक्रमण को रोकने से सम्बन्धित सभी पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी जिलों में कोविड जाँच और टीकाकरण हेतु डोर-टू-डोर सर्वे को तीव्र गति से कराया जाये और दिन-प्रतिदिन ओमिक्रोन (Omicron) वेरियन्ट के संक्रमण से सम्बन्धित सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जायेगा और आवश्यकता पड़ने पर सख्त कदम उठाया जायेगा। यही नही बैठक में इस पर भी कहा कि आवश्यकता पड़ती है तो नाइट कर्फ्यू के साथ साथ अन्य प्रतिबन्ध लगाये जाने पर भी विचार किया जायेगा ।
आज कोविड के आये 39 नए केस
शासन कर रहा लागातार प्रेक्टिस
कोविड- 19 महामारी की संभावित लहर को देखते हुए आज राज्य की समस्त चिकित्सा इकाइयों, समस्त मेडिकल कॉलेज तथा एम्स ऋषिकेश द्वारा ऑक्सीजन से संबंधित उपकरणों एवं व्यवस्थाओं की क्रियाशीलता को परखने के लिए मॉक ड्रिल किया गया। सभी इकाइयों पर मॉक ड्रिल प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक आयोजित की गई।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने बताया है की ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा आईसीयू में वेंटिलेटर की क्रियाशीलता को जांचने के लिए यह मॉक ड्रिल की गई है जिसमें अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज तथा एम्स के समस्त चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य तकनीकी अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने भाग लिया ।महानिदेशक ने कहा की स्टेट ऑक्शन कंट्रोल रूम द्वारा प्रत्येक 2 घंटे के अंतराल पर आयोजित की गई मॉक ड्रिल की रिपोर्ट व्हाट्सएप के माध्यम से मंगवाई गई।
आज की गई मॉक ड्रिल के बारे में महानिदेशक ने 5:00 बजे वी सी के माध्यम से जनपदों के साथ मॉक ड्रिल के लिए नियुक्त प्रेक्षकों के साथ समीक्षा की और मॉक ड्रिल के दौरान जहां पर कमी पाई गई उसे तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए। महानिदेशक ने अधिकारियों को जनवरी के प्रथम सप्ताह मैं एक बार फिर से मॉक ड्रिल करने के निर्देश भी दिए ।