इंद्रेश अस्पताल के डॉक्टरों ने (Dencher Operation) आज एक और बड़ा सफल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई है। इंद्रेश अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोलाॅजिस्ट डाॅ अमित सोनी ने 52 वर्षीय मरीज की आहार नली में फेस तीन दांतों के डेंचर का सफल ऑपरेशन किया है |
Successfull Dencher Operation in Indresh Hospital
- विलम्ब होने पर बड़ा चीरा लगाकर बड़ी सर्जरी करनी पड़ सकती थी
- आहार नली को जख्मी करने लगा था तीन दातों के साथ भीतर गया डेंचर
इंद्रेश अस्पताल के गैस्ट्रोइंट्रोलाॅजिस्ट डाॅ अमित सोनी ने एक 52 वर्षीय पुरुष मरीज़ की आहार नली से तीन दांतों का डेंचर सफलतापूर्वक निकाला। दुर्घटनावश मरीज़ ने डेंचर सहित तीन दांत निगल लिए थे। डाॅ सोनी ने एंडोस्कोपी की मदद से सफलतापूर्व मूंह के रास्ते डेंचर को बाहर निकाला ।
महंत देवेंद्र दास ने डॉक्टर और टीम को दी शुभकामनाएं | Successfull Dencher Operation in Indresh Hospital
डेंचर मरीज की आहार नाल को जख्मी करने लगा था। अगर समय रहते डेंचर को नहीं निकाला जाता तो मरीज का बड़ा ऑपरेशन कर डेंचर को बाहर निकालना पड़ता। इंद्रेश अस्पताल के चेयरमैन महंत देवेन्द्र दास ने डाॅक्टरों के साथ अन्य सहायक टीम को सफल मेडिकल प्रोसीजर पर शुभकामनाएं दीं।
दिल संबंधी बीमारी से ग्रसित है मरीज | Successfull Dencher Operation in Indresh Hospital
देहरादून निवासी 52 वर्षीय मरीज राकेश मोहन की आहार नाल में दुर्घटनावश तीन दांतों सहित डेंचर फंस गया था।मरीज़ को दिल सम्बन्धित परेशानी होने की वजह से डाॅक्टरों को डेंचर निकालने के मेडिकल प्रोसीजर को करने की बड़ी चुनौती थी।
एंडोस्कोपी के जरिए निकाला डेंचर | Successfull Dencher Operation in Indresh Hospital
डाॅ अमित सोनी ने एंडोस्कोपी के द्वारा आहार नाल से तीन दातों सहित डेंचर को मूंह के रास्ते बाहर निकाला। यदि समय रहते आहार नाल से डेंचर व दांत न निकाले जाते, तो फूड पाइप फट सकता था और मरीज़ की जान का जोखिम भी हो सकता था।
डॉ अमित सोनी ने लोगो से सावधानी बरतने की अपील की | Successfull Dencher Operation in Indresh Hospital
डाॅ अमित सोनी ने डेंचर लगे लोगो से सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि जिन लोगों को एक, दो या तीन दांतों का डेंचर लगा होता है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। यह छोटे छोटे डेंचर गले में निगल लिए जाने और दुर्घटनावश प्रवेश कर जाने की दृष्टि से बेहद संवेदनशील होते हैं।
डाॅक्टर अमित सोनी ने अपने संदेश में कहा कि जिन मरीजों के छोटे डेंचर लगे होते हैं उन्हें बहुत सावधानी रखनी चाहिए। अगर किसी के साथ ऐसा होता है तो उसे तुरंत गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।