उत्तराखंड सहित पूरा उत्तरभारत इस वक्त कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहा है तो वहीं उत्तराखंड में इस सीजन की सबसे ठंडी शाम- शनिवार को जहां पारा शून्य के सबसे करीब था तो वहीं राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री सड़कों पर गरीबों की सुध लेते नजर आए।
CM Pushakar Dhami inspected night shelters and distributed blankets
पूरे उत्तर भारत में इन दिनों जम के ठंड बरस रही है। पहाड़ी जनपदों से लेकर राजधानी देहरादून में दिन में पारा जहां बमुश्किल दहाई के न्यूनतम आंकड़े को ही पार कर पाता है तो वहीं रात होते होते पारा शून्य के करीब लुढ़कता हुआ आ जाता है। आसमान साफ रहा तो पहाड़ों पर दिन में चटक धूप निकलती है लेकिन मैदानी इलाकों में धुंध फिर भी मौसम को ठंडा ही बनाए रखती है। ऐसे में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शहर भी इन दिनों कड़ाके की ठंड के चपेट में है। तो वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बखूबी इस मौसम में बेघर और असहाय लोगों का दर्द समझते हैं यही वजह है कि मुख्यमंत्री धामी (CM Pushakar Dhami) शनिवार देर शाम देहरादून की सड़कों पर गरीब बेघर असहाय लोगों की सुध लेते नजर आए।
शनिवार देर सांय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून अस्पताल सहित देहरादून के विभिन्न स्थानों पर ज़रूरतमंदों को कम्बल वितरित किये। मुख्यमंत्री ने घंटाघर के समीप स्थित रैन बसेरे व अन्य का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रैन बसेरों में रुके लोगों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना। मुख्यमंत्री ने रैन बसेरों की स्थिति की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को रैन बसेरो की स्थिति में और सुधार किये जाने के निर्देश दिये। साथ ही शहर में जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिया।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushakar Dhami) ने देहरादून ही नही बल्कि सभी जिलों के जिलाधिकारियों और नगर आयुक्तों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने जिलो और नगर क्षेत्रों में प्रमुख स्थलो पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें और ज़रूरतमंदों को कम्बल और गर्म कपङे उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित करें। कल पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल जी की जयंती और सुशासन दिवस से इस काम को अभियान की तरह लिया जाए। सीएम ने कहा कि बेघरों के सर्दी से बचाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कम्बल और गर्म कपङों का पर्याप्त प्रबंध किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में एसडीएम और तहसीलदारो की जिम्मेदारी होगी। इस काम में आम जन का भी सहयोग लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों का भी अधिकारी निरीक्षण करें।