बुधवार को मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह धामी ने देहरादून रेस कोर्स मैं राज्य स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम और पुलिस रैतिक परेड में शामिल हुए इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की आगामी योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
CM announcements on Uttarakhand Foundation Day
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सुबह सबसे पहले देहरादून कचहरी स्थित शहीद स्थल में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारियों के संघर्ष के परिणामस्वरूप ही हमें नया राज्य मिला। शहीद राज्य आन्दोलनकारियों के सपने के अनुरूप राज्य के विकास के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना है, जिससे कि राज्य आन्दोलन के शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का समग्र विकास किया जा सके।
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री की घोषणाएं
- राज्य का जीडीपी 2027 तक दुगना किया जाएगा।
राज्य के संसाधनों को समुचित उपयोग और आय के स्रोतों को कार्यक्रम करते हुए सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने के लिए सुझाव देने के लिए एक सलाहकार फर्म का चयन किया जाएगा। - प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 3 महीने के अंदर सरलीकृत जलविद्युत नीति और सौर ऊर्जा नीति को धरातल पर उतारा जाएगा।
- विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण विस्तार करने और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रूपांतरण कार्यक्रम के तहत हर साल 200 विद्यालयों की कायापलट की जाएगी और अगले 5 सालों में 1 हजार विद्यालयों की सूरत बदली जाएगी।
- जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के तर्ज पर उत्तराखंड में भी कम मूल्य वाली फसलों की जगह अधिक मूल्य वाली फसलों के उत्पादन पर बढ़ावा दिया जाएगा ताकि फसल उत्पादकों की आए बढ़ाई जा सके।
- पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए नई पर्यटन नीति अगले 3 माह के भीतर धरातल पर उतारी जाएगी।
- राज्य में पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए राज्य पशुधन मिशन की शुरुआत की जा रही है।
- राज्य में आगामी 5 वर्षों में 10000 महिला समूह को उद्यमी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है जिसके तहत कोई भी महिला और महिला समूह ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे उद्योग लगा पाएंगे।
- उत्तराखंड के आंदोलन और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को हमारी पाठ्य पुस्तकों में भी शामिल किया जाएगा।
– तहसील स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री चौपाल कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी