किसी भी ब्रांड या प्रतिष्ठान पर आपका भरोसा एक दिन में नही बल्कि कई सालों के लगातार बेहतर सर्विस और जांची-परखी कसौटी के बाद बनता है। तो ऐसे में दीवाली के इस मौके पर मिठाइयों पर भरोसे की अगर बात हो तो उत्तराखंड में आनन्दम आज पहले नम्बर पर है। लेकिन इस पहले नम्बर पर बने रहने के लिए आनन्दम मिठाई के खुद के सेफ्टी चैक कितने मजबूत है वो भी जान लीजिए।
सफाई पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
आनन्दम मिष्ठान आज तकरीबन एक दशक की मेहनत और भरोसे के दम पर देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड का सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय मिठाई का ब्रांड बन चुका है। लेकिन इस भरोसे के पीछे आनंद स्वरूप गुप्ता और उनके बेटे सुमित गुप्ता दोनों की रात दिन की मेहनत काम करती है। आनन्दम के मालिक आनंद स्वरूप गुप्ता बताते हैं कि उनकी आज देहरादून शहर में 4 बड़े आउटलेट्स है। साथ ही पटेलनगर में फैक्टरी स्थित है। लेकिन वो फिर भी हर एक जगह खुद हाइजीन चैक करते हैं और सफाई पर मोनिटरिंग के लिए किसी दूसरे पर निर्भर नही रहते हैं। आनंद स्वरूप गुप्ता खुद अपनी दुकानों सहित फेक्ट्री में भी सफाई को लेकर बेहद सख्त है। सभी कारीगरों की साफ सफाई और सफाई के तमाम मानक को वह खुद चैक करते हैं।
अहमदाबाद से आई है आनंदम की रसोई में विशेष डीजल भट्टियां।
आनंद स्वरूप गुप्ता ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में गैस के सिलेंडर नहीं बल्कि बायोडीजल की भट्टियां इस्तेमाल की जाती है जिनमें दुर्घटना के न्यूनतम आशंका रहती है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा सभी भट्टियां मानकों के अनुसार स्टील की अहमदाबाद से विशेष तौर से मंगाई गई है जो कि डीजल से चलती है और इसमें गुणवत्ता भी बेहद बढ़ जाती है। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी किचन में फायर सेफ्टी को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है और हर भट्टी के पास फायर एक्सहिबिशन लगाया गया है।
गैस के सिलेंडर वाले किचन से बाहर अलग से सिलेंडर रखने की व्यवस्था।
हलवाई संघ के अध्यक्ष आनंद स्वरूप गुप्ता का कहना है कि गैस सिलेंडर फटने की दुर्घटनाएं अक्सर तभी होती है जब भट्टी के पास सिलेंडर रखा होता है और गर्मी के कारण सिलेंडर फट जाता है या फिर लीक होने की वजह से आग लग जाती है। उन्होंने कहा कि बड़ी किचन में हमेशा सिलेंडर भट्टी से दूर होना चाहिए और एक प्रॉपर मानकों के अनुसार गैस पाइपलाइन के जरिए भट्टी तक पहुंच आनी चाहिए उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके रेस्टोरेंट के किचन के सभी सिलेंडर परिसर के बाहर एक बेहतर ठंडे वातावरण में रखे हुए हैं और वहां पर फायर एक्सहिबिशन भी लगा हआ है।
रक्षाबंधन के बाद शुरू हो जाती है दिवाली की तैयारी।
हलवाई संघ के अध्यक्ष आनंद स्वरूप गुप्ता का कहना है कि अक्सर मिठाई व्यापारी दिवाली की तैयारी पहले से नहीं करते हैं और इस वजह से जल्दबाजी और दबाव के चलते लापरवाही हो जाती है। उन्होंने बताया कि वह आज अपने ब्रांड को कायम रखने और सफलतम अपनी सेवाएं देने के लिए इन बातों का विशेष ध्यान रखते हैं उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के बाद से उन्होंने दीवाली की तैयारियां शुरू कर दी थी जिसमें सभी मानक शामिल है चाहे वह साफ सफाई के हो या फिर तमाम सेफ्टी चेक की बातें हैं या फिर मानव संसाधन की बात हो उन्होंने कहा कि एक व्यापारी होने के नाते यह आपके दिमाग में होना चाहिए कि आपको तैयारी शुरू से करनी है ना कि अंतिम समय में जल्दबाजी में कुछ करना है यह किसी बड़े हादसे को बुलावा देती है।