वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (utu) और CMAI के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार दिनांक 18 जनवरी 2023 को साइबर सिक्योरिटी विषय पर एक राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। राउण्ड टेबल कांफ्रेंस, विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित की गयी। सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के कुलसचिव आर०पी० गुप्ता द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित समस्त डेलीगेट्स का स्वागत किया गया।
utu round table discussion on cyber security
राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस का उदघाटन संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि के रूप में ले0 जनरल डॉ० राजेश पंत, नेशनल साइबर सिक्योरिटी कोर्डिनेटर एवं यू०टी०यू० के कुलपति प्रो० ओंकार सिंह द्वारा किया गया। CMAI के अध्यक्ष प्रो० एन०के० गोयल द्वारा विश्वविद्यालय तथा सी०एम०ए०आई० के संयुक्त तत्वाधान में गोलमेज सम्मेलन की प्रस्तावना एवं उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए सम्मेलन में उपस्थित सभी विशेषज्ञों, औद्योगिक प्रतिनिधियों, विदेश से आये प्रतिनिधियों एवं सम्मेलन में ऑनलाईन माध्यम से जुड़े विशेषज्ञों एवं साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और CMAI के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को आयोजित राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस में ले0 जनरल डॉ० राजेश पंत ने अपने प्रजेन्टेशन के माध्यम से वर्तमान वैश्विक परिदृश्य विशेषकर भारत के दृष्टिकोण से “साइबर सिक्योरिटी” के क्षेत्र में कार्य करने एवं इसके महत्व को समझाया। डॉ० पंत ने भारत सरकार द्वारा इस क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों एवं विभिन्न क्षेत्रों में साइबर थ्रैड के बारे में अवगत कराते हुए सभी को साइबर सिक्योरिटी के प्रति कार्य करने के आहवान के साथ-साथ इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि भारत वर्ष में प्रतिदिन साइबर अपराध से संबंधित लगभग साढ़े तीन हजार केस पंजीकृत किये जा रहे हैं जो कि अत्यन्त गंभीर एवं चिन्ता का विषय है। तकनीकी जगत एवं इससे जुड़े हुए लोगो को इस ओर विशेष ध्यान की परम आवश्यकता है।
वहीं तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० ओंकार सिंह ने अपने उदबोधन में “साइबर सिक्योरिटी” की नवीनतम तकनीकी के अनुरूप पाठ्यक्रम का निर्माण, निर्धारण व परिशोधन किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिये जाने की बात कही जिससे कि भविष्य में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में देश के लिए दक्ष एवं कुशल मानव संसाधन तैयार हो सके। उन्होंने इण्डस्ट्री प्रतिनिधियों से इस विधा में शैक्षणिक उत्कृष्टता प्रदान करने के लिए सभी का आह्वान किया ताकि उत्तराखण्ड राज्य में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में विश्वविद्यालय स्तर से दक्ष साइबर योद्धा तैयार किये जा सके। इस कार्यक्रम में इण्डस्ट्री एवं रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन से आये 40 से अधिक विषय विशेषज्ञों द्वारा साइबर सिक्योरिटी विषय पर अपने विचार व्यक्त किये गये।