वीर माधों सिंह उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने मंगलवार 20 सितंबर को विश्वविद्यालय से एफिलेटेड “जागरण स्कूल ऑफ लॉ” कॉलेज का निरीक्षण किया।
utu inspection on affiliated colleges
जागरण स्कूल ऑफ लॉ” कॉलेज के निरीक्षण के दौरान कुलपति ने संस्थान में चल रहे अध्यापन कार्यों से संबंधित फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने संस्थान में स्थापित विधिक जागरूकता क्लीनिक, लाइब्रेरी, मूटकोर्ट, छात्रावास और मैस का भी निरीक्षण किया। इस दौरान कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने संस्थान में लॉ पाठ्यक्रम में शैक्षणिक गुणवत्ता को और अधिक सशक्त, पारदर्शी बनाने के लिए कई कारगर सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि संस्थान, वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तत्वाधान में राष्ट्रीय कार्यशाला, सेमीनार, मूटकोर्ट, प्रतियोगिताएं आयोजित किये जाने के संबंध में तत्परता से कार्यवाही करें। जिस पर संस्थान द्वारा शीघ्र ही अपने स्तर से कार्यवाही करवाये जाने का आश्वासन विश्वविद्यालय के कुलपति को दिया गया। कुलपति ने आज के सामाजिक, आर्थिक इत्यादि गम्भीर कानूनी विषयों से संबंधित विभिन्न विषयों में “ऑनलाइन सर्टीफिकेट कोर्स संचालित किये जाने से सम्बन्धित विषयों पर गम्भीरता से चर्चा की गई।
संस्थान के प्राचार्य डा० हरीश वर्मा एंव संस्थान प्रबन्धन ने ऑनलाइन सर्टीफिकेट कोर्स संचालित किये जाने का प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र ही विश्वविद्यालय को भेजे जाने का आश्वासन दिया गया। कुलपति ने संस्थान के प्राचार्य व प्रबन्धन से कहा कि छात्रों की प्रवेश संख्या में बढ़ोत्तरी कैसे हो इस पर नियमानुसार हरसम्भव प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने “जागरण स्कूल ऑफ लॉ” के शिक्षकों व छात्रों से भी कई विधिक विषयों पर चर्चा की और शिक्षकों को निर्देशित किया कि अध्ययनरत छात्रों से फीडबैक लें। जिससे छात्रों को होने वाली परेशानियों व समस्याओं को आसानी से समझा जा सके और उसका निराकरण किया जा सके।
कुलपति ने संस्थान में पढ़ रहे छात्रों का उत्साहवर्धन करते कहा कि ईमानदारी, लगनशीलता और सही दिशा में किये जाने वाले कठिन परिश्रम से निश्चित रूप से उच्च मुकाम हासिल होता है ऐसा उनका मानना है। कुलपति के इस दौरे से संस्थान के प्रबन्धन, शिक्षकों एंव छात्रों में विशेष उर्जा का संचार देखने को मिला और निकट भविष्य में भी संस्थान ने पुनः कुलपति को संस्थान का दौरा करने का आग्रह भी किया। निरीक्षण के दौरान संस्थान के प्राचार्य डा० हरीश वर्मा, उपाध्यक्ष धनंजय कुमार कॉलेज के शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।