Surkanda Devi Ropeway

रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे (Surkanda Devi Ropeway) सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा- अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की। इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, धनोल्टी स्थानीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, DM टिहरी ईवा श्रीवास्तव, एसएसपी नवनीत भुल्लर उपस्थित रहे।

Ropeway service started for Surkanda Devi temple

Surkanda Devi Ropeway started
Surkanda Devi Ropeway started

सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर (Surkanda Devi temple) जाने के लिए अब तकरीब 2 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई से आपको निजात मिल जायेगी क्यों की अब मां सुरकंडा देवी मंदिर के लिए कद्दू खाल से मंदिर तक के खड़े पैदल मार्ग पर रोपवे (Surkanda Devi Ropeway) सेवा शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने रविवार को रोपवे सेवा का शुभारंभ किया। आपको बता दें की तकरीबन 05 करोड़ की लागत से बने रोपवे (Ropeway) की लंबाई 502 मीटर है। इसकी क्षमता लगभग 500 व्यक्ति प्रति घंटा है। सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा, उत्तराखंड के राज्य के गठन होने के बाद पहली महत्वपूर्ण रोपवे परियोजना है जिसका निर्माण राज्य पर्यटन विभाग द्वारा किया गया है। सुरकंडा रोपवे सेवा शुरू होने से श्रद्धालु कद्दूखाल से मात्र 5 से 10 मिनट में सुगमता पूर्वक साल भर हर मौसम में मां सुरकंडा देवी के दर्शन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री (cm pushkar dhami) ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि इस क्षेत्र में स्थाई हेलीपेड के निर्माण के लिए भी जल्द भूमि चिन्हित की जाय।

रोपवे सेवा के शुभारंभ कार्यकर्म के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मां सुरकंडा देवी के लिए रोपवे सेवा (Surkanda Devi Ropeway) शुरू होने से श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता होगी। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा की प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन (Adventure tourism) को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोपवे परियोजना  यात्रियों और पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त यातायात का प्रमुख साधन है। सीएम धामी ने बताया की राज्य सरकार द्वारा केंद्र की पर्वतमाला योजना के अंतर्गत जनपदों में विभिन्न रोपवे परियोजनाओं के निर्माण की कार्यवाही की जा रही है। टिहरी की 42 वर्ग किलोमीटर में फैली विशालकाय झील में कई तरह के वाटर स्पोर्ट का संचालन किया जा रहा है।

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टिहरी झील (Tehri Lake) में पर्यटन से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए योजना बनाई जा रही है। वहीं इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) भी मौजूद रहे और उन्होंने कहा कि मां सुरकंडा के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी धार्मिक और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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