दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीपी नड्डा के सामने अपने इस्तीफे का प्रस्ताव रखने के बाद देहरादून लोटे तीरथ रावत ने रात 11 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने अपने मात्र तीन महीने के छोटे से कार्यकाल की उपलब्धियों को मीडिया के सामने भी रखा था।
Tirath Rawat submitted his resignation to the Governor at midnight
दिल्ली से आते ही तीरथ रावत ने गिनाई उपलब्धि
Cm तीरथ रावत के दिल्ली से लौटने से पहले ही यह खबर फैल चुकी थी कि मुख्यमंत्री अपने इस्तीफे की पेशकश राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कर चुके हैं और अब उन्हें मात्र संविधानिक रूप से इस्तीफा देना है और उसकी घोषणा करनी है। तो वहीं मुख्यमंत्री ने देहरादून में लौटते हैं रात 9:30 बजे सचिवालय मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। सभी को उम्मीद थी कि इस प्रेस में मुख्यमंत्री तीरथ रावत आपने इस्तीफे की घोषणा करेंगे, लिहाजा सचिवालय मीडिया सेंटर में पूरी मीडिया का जमघट लगना शुरू हो गया। लेकिन जब रात तकरीबन 9:50pm पर मुख्यमंत्री तीर्थ रावत मीडिया से मुखातिब हुए तो वह एक के बाद एक सिर्फ अपनी मात्र 3 महीने की उपलब्धियां गिनाने लगे। इस तरह से उन्होंने कोविड-19 की दूसरी लहर में सरकार के मैनेजमेंट को लेकर, सरकार द्वारा 22,000 निकाली गई सरकारी भर्तियों के अलावा और भी कई उपलब्धियां मीडिया के सामने रखी। हालांकि मीडिया को मुख्यमंत्री की उपलब्धियों में कम दिलचस्पी और उनके इस्तीफे की घोषणा सुनने में ज्यादा दिलचस्पी थी लेकिन सचिवालय मीडिया सेंटर में ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने केवल अपनी उपलब्धियां गिनाई और चल दिए। पत्रकार उनसे सवाल पूछते रहे लेकिन उन्होंने किसी सवाल का जवाब ना दे कर सीधा बीजापुर से हाउस की तरफ रुख कर लिया।
रात 11:16 पर राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा
सचिवालय से बीजापुर सेफ हाउस में जाने के बाद अंदर से सूचना आई कि अभी भी सेफ हाउस में मुख्यमंत्री के साथ कई नेताओं की बैठक चल रही है और मुख्यमंत्री के अलावा राजभवन में कुछ गतिविधि हो सकती है। जिसके बाद एक बार फिर से पूरी मीडिया बीजापुर सेफ हाउस और राजभवन के प्रवेश द्वार पर जम गई। रात को तकरीबन डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद मुख्यमंत्री का काफिला बीजापुर सेफ हाउस से राजभवन की ओर निकला। मुख्यमंत्री तीरथ रावत का यह काफिला ठीक 11:15PM बजे राजभवन के गेट नंबर 2 से होते हुए अंदर पहुंचा। जहां सीएम तीरथ ने अपने सहयोगी मंत्री अरविंद पांडे और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की उपस्थिति में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को इस्तीफा सौंपा। इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री बन चुके तीरथ सिंह रावत ने राजभवन से बाहर निकलते हुए गेट पर मीडिया कर्मियों को बीजापुर सेफ हाउस में आने का निमंत्रण दिया। बीजापुर सेफ हाउस में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए सीएम तीरथ रावत ने कहा कि संविधान की धारा 151 और 164 के चलते उन्होंने अपने राष्ट्रीय नेतृत्व को अवगत कराया कि संवैधानिक परिस्थितियों के चलते वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं और उन्हें इस्तीफा देना होगा। जिसे राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्वीकार किया और राष्ट्रीय नेतृत्व से अनुमति लेने के बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके अलावा तीरथ सिंह रावत ने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
शनिवार को भाजपा में घटेगा बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम
मुख्यमंत्री के देहरादून आने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक लगातार उनके साथ बने हुए थे हालांकि वह सचिवालय मीडिया सेंटर में हुई मुख्यमंत्री की रेस में शामिल नहीं थे लेकिन सचिवालय से बीजापुर से हाउस पहुंचे मुख्यमंत्री तीरथ रावत के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अलावा अन्य भाजपा नेता भी शामिल थे। मुख्यमंत्री से इस्तीफे के इस्तीफे के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि शनिवार को विधानमंडल दल की बैठक के लिए सभी विधायकों को निमंत्रण भेजा गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि शनिवार सुबह राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर देहरादून पहुंचेंगे तो वहीं 3 बजे भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर विधानमंडल दल की बैठक के बाद उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की घोषणा कर दी जाएगी।