देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राजपुर रोड स्थित एक स्थानीय होटल में एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के भविष्य के विकास के संबंध में अपनी प्राथमिकताएं बताई। विकसित भारत निर्माण में राज्य का क्या रोल रहेगा इस संबंध में अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि, हम प्रधानमंत्री मोदी जी के वचन तीसरा दशक उत्तराखंड का को तेजी से चरितार्थ करने की ओर तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। नीति आयोग तथा अनेक राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी उत्तराखंड के प्रयासों को सराहा है। सकल राज्य का घरेलू उत्पाद (जी.एस. डी. पी.) में हमने काफी वृद्धि की है। तेजी से बेरोजगारी दर घटाने में सफल हुए हैं। सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण रोकथाम कानून, समान नागरिक संहिता, सरकारी नौकरी में महिला आरक्षण इत्यादि वैधानिक प्रावधानों के माध्यम से सभी को एकसमान कानून की परिधि में लाते हुए सुशासन व्यवस्था स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, जमीन और मातृशक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने बड़े और कड़े कानूनी प्रावधान किए हैं। अब उत्तराखंड में कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की धोखाधड़ी व अपराध करने की हिम्मत नहीं कर पाएगा। उत्तराखंड के विकास से संबंधित उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में पर्यावरणीय आपदाओं, जंगल और वन्य जीवों की बहुल्यता, पर्वतीय क्षेत्रों में निर्माण कार्यों के इंप्लीमेंटेशन करने की लागत में वृद्धि, फ्लोटिंग पॉपुलेशन प्रबंधन लागत इत्यादि दबाव के बावजूद भी उत्तराखंड का राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकदार स्टेट के रूप में उभरना बड़ी बात है। यही कारण है कि आज हर कोई अपना इन्वेस्टमेंट यहां करना चाहता है और उत्तराखंड के विकास में भागीदार बनना चाहता है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ घाटी आज भव्य और दिव्य रूप में डेवलप होकर उभरी है। हमने अवसंरचनात्मक विकास, बागवानी एविएशन, तीर्थाटन के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य किए हैं। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की संस्कृति, रीति- नीति और परंपरा का सबसे उपयुक्त परिचय कराने वाले गीत बेडू पाको बारहमासा की पंक्ति गाकर सभी का दिल जीत लिया।
इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।