राज्य को कचरा मुख्य बनाने के लिए सरकार की ओर से नई पहल की शुरुआत की गई है। देहरादून में पॉलिथीन कचरा (Polythene Garbage Bank) बैंक का शुभारंभ शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के द्वारा किया गया। जिसकी जरिए राज्य में बढ़ेगा रोजगार |
Chavani Parishad start polythene Garbage Bank
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के छावनी क्षेत्र के अंतर्गत शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पॉलीथिन कचरा बैंक की शुरुआत की। प्लास्टिक कचरा बैंक के जरिए राजधानी में प्लास्टिक कचरे से निजात दिलाने को लेकर नई शुरुआत की गई है। आपको बता दें कि छावनी क्षेत्र में छावनी परिषद देहरादून की और से यह पहल की गई है।
बढ़ते प्लास्टिक कचरे से निजात के लिए नई पहल |Chavani Parishad start polythene Garbage Bank
राज्य में बढ़ते प्लास्टिक कचरे की समस्या को देखते हुए छावनी परिषद ने छावनी छेत्र में प्लास्टिक कचरा बैंक की शुरुआती है। इस दौरान छावनी परिषद के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के बीच पॉलीथिन एंड ई–वेस्ट कलेक्शन कंपटीशन का हुआ आयोजन।
प्रेमनगर में भी शुरू होगा कचरा बैंक | Chavani Parishad start polythene Garbage Bank
आयोजित किया गए कंपटीशन के जरिए प्लास्टिक कचरे को लेकर जागरूक किया गया और साथ ही कंपटीशन में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले संगठन को शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से पुरस्कृत भी किया गया। छावनी परिषद में बने प्लास्टिक कचरा दान के पास वजह तुमसे प्रेम नगर में पॉलिथीन कचरा बैंक शुरू किए जाने का फैसला लिया गया है।
3 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से खरीदा जायेगा कचरा | Chavani Parishad start polythene Garbage Bank
शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल के अनुसार संग्रहण केंद्रों में पॉलिथीन कचरे को 3 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा जायेगा। उन्होंने बताए कि पॉलिथीन कचरा बैंक में आम लोग पॉलीथिन कचरा भेज सकते है, जिसका भुगतान बैंक द्वारा किया जायेगा।
कचरे से बनेंगी सजावटी चीजें | Chavani Parishad start polythene Garbage Bank
संग्रहण केंद्रों के द्वारा प्लास्टिक कचरा लोगो के घरों से सड़कों तक से इकट्ठा किया जाएगा। जिसे आगे निस्तारण के लिए आगे भेजा जाएगा। आपको बता दे की प्लास्टिक कचरा बैंक इकट्ठा किए गए कचरे से टाइल्स, गमले, बोर्ड जैसे कई सजावटी चीजें बनाएगा। बैंक के जरिए हर महीने कम से कम 70 से 100 टन की प्लास्टिक खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। प्लास्टिक से बने सजावटी चीजों को बाजार में बेचा जाएगा।