रविवार शाम से हुई मूसलाधार बारिश के कारण देहरादून के Tapkeshwar मंदिर परिसर का पुस्ता ढह गया है, पुस्ता ढहने से कोई नुकसान की खबर नही है |
Tapkeshwar temple wall collapse
उत्तराखंड में लगातार बारिश का कहर जारी है। रविवार 20 अगस्त को शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के कारण प्रदेश की राजधानी में कई जगह जलबराव देखने को मिला।
मॉनसून आने के बाद जारी है आपदा के दौर | Tapkeshwar temple wall collapse
उत्तराखंड में मॉनसून आने के बाद से ही लगातार भारी बारिश ने पूरे प्रदेश में जलभराव, भूस्खलन, बदल फटने और नदियों के रौद्र रूप की खबरे लगातार सामने आ रही है। इसी कड़ी में कल शाम को हुई बारिश के कारण देहरादून के प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर के परिसर का पुस्ता गिर गया है।
बीती शाम से लगातार सुबह तक हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से शहर भर के कई इलाकों में जल भराव जैसे हालात देखने को मिले तो ही देहरादून में स्थित भगवान शिव का प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में भी नुकसान की सूचना प्राप्त हुई है।
पुस्ता गिरने से मंदिर परिसर को कोई नुकसान नही | Tapkeshwar temple wall collapse
पुस्ता गिरने की पुष्टि करते हुए टपकेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी भरत गिरी ने बताया कि देर रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते मंदिर परिसर में लगी लिफ्ट के किनारे वाला पुस्ता ढह गया है।
भक्तों की आवाजाही जारी | Tapkeshwar temple wall collapse
टपकेश्वर मंदिर के पुजारी गिरी ने कहा कि पुस्ते का केवल छोटा सा हिस्सा गिरा है और इससे मंदिर में किसी भी तरह का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। मंदिर परिसर में मजदूर लगाकर मलबे को साफ किया जा रहा है और पुस्ता गिरने के कारण मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी तरह की कोई रुकावट नहीं है।
सोमवार होने की वजह से मंदिर में लगा भक्तों का तांता | Tapkeshwar temple wall collapse
आज सोमवार होने की वजह से टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिली, मंदिर पहुंचे पर श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के गेट के ठीक बाहर दीवार ढह जाने की वजह से शुरू में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मलबा हटाने के लिए जारी कार्य | Tapkeshwar temple wall collapse
टपकेश्वर मंदिर परिसर के संचालकों द्वारा मलबे को हटाने के लिए कार्य किया जा रहा है, आपको बता दे की मलबा हटाने के लिए मंदिर परिसर में मजदूर लगा दिया गया है। मंदिर में पूजा अर्चना में किसी भी तरह का कोई व्यवधान न हो इसको लेकर मंदिर परिसर के द्वारा व्यवस्था बनाई जा रही है।