यूजीसी का नया नियम विवी के लिए नुकसानदेयक साबित हो रहा है। जिन वीवी में एडमिशन के लिए लंबी कतारें हुआ करती थी, वही आज सन्नाटा पसरा है। उत्तराखंड में अधिकतर विवी में 80 प्रतिशत सीटें खाली पड़ी है |
Admission Rate decreases In Uttarakhand Universities
केंद्रीय यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेंस टेस्ट (CUET) की अनिवार्यता होने के बाद गढ़वाल यूनिवर्सिटी और इसके संबंद्ध कॉलेज को इसका गंभीर परिणाम देखने को मिल रहा है। पिछले साल तक जिन कॉलेजों में छात्रों की भीड़ हुआ करती थी, आज सभी हाल खाली पड़े है।
50 % से भी काम हो रहे एडमिशन | Admission Rate decreases In Uttarakhand Universities
सीयूएट लागू होने के कारण कॉलेजों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। उत्तराखंड के सबसे बड़े डीएवी कॉलेज में 3815 सीटों के मुकाबले केवल 1743 एडमिशन ही हुए है तो वही एमपीएच मसूरी में 570 सीटों पर केवल 17, एमकेपी देहरादून में 1380 सीटों पर भी केवल 50 छात्रों ने एडमिशन कराया है। राठ महाविद्यालय पौड़ी और बीएसएम डिग्री कॉलेजों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
समर्थ पोर्टल से होंगे पीजी एडमिशन | Admission Rate decreases In Uttarakhand Universities
उच्च शिक्षा के सचिव शैलेश बगोली ने अधिसूचना जारी करके जानकारी दी की अब राज्य के तीनों राज्य वीवी और उनके अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों में अब पीजी के एडमिशन भी समर्थ पोर्टल के द्वारा किए जायेंगे।
श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी, कुमाऊं यूनिवर्सिटी और सोबन सिंह जीना यूनिवर्सिटी में यूजी (Under Graduation) के भांति ही अब पीजी (Post Graduation) के एडमिशन भी समर्थ पोर्टल के माध्यम।से ही किए जायेंगे जिसके लिए जल्द ही एडमिशन प्रोसेस शुरू की जाएगी।