उत्तराखंड की धरती में सोना उगलने की क्षमता है, इस बात को प्रमाण के साथ साबित किया टिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक में पड़ने वाले ख्यार्सी गांव के किसान ने। राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही ग्रोथ सेंटर योजना के तहत केसे एक खेत से किसान ने एक साल में 2.5 लाख का उत्पादन किया आईये आपको बता ते हैं।

 

उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश में चला रही चलाई जा रही ग्रोथ सेंटर योजना के तहत साल 2017 में गढ़वाल के जौनपुर ब्लॉक में पढ़ने वाले ख्यार्सी गांव में जलागम विभाग की ओर से सोलर वॉटर लिफ्टिंग परियोजना के तहत गांव से 2 किलोमीटर नीचे भद्रिगाड पानी के गधे से सोलर ऊर्जा की मदद से 2 किलोमीटर चढ़ाई पर वॉटर लिफ्टिंग करते हुए खेतों तक पानी पहुंचाया गया जिसके बाद खेतों में होने वाली पैदावार की तस्वीर बदल गई और जिन खेतों में पहले केवल मंडवा और झंगोरा हुआ करता था वहां मटर बीन शिमला मिर्च टमाटर जैसी तमाम सब्जियां लहलहाती नजर आने लगी है।

गांव के किसान बलबीर सिंह राणा ने बताया कि उसके जिन खेतों से वह अब तक निराश और हताश रहा करते थे वह खेत अब उनकी आजीविका को बढ़ाने लगे हैं। किसान ने बताया कि साल की 4 अलग अलग फसलों में जिसमें दो मटर की फसलें दो बीन की फसलें और इसके अलावा शिमला मिर्च गोभी आलू की तमाम फसलों ने उसे 1 साल में तकरीबन 2 से ढाई लाख की पैदावार दी है।

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गांव के किसान बलबीर सिंह ने बताया कि उन्हें जलागम सहित अन्य सम्बंधित विभागों से सहयोग मिला और उन्होंने मात्र 1 साल में अपने खेत से तकरीबन दो से तीन लाख तक की सब्जियां और तमाम तरह के उत्पादन किए और इसके लिए उसने कई लोगों को खेतों में काम करने के लिए रोजगार भी दिया।

गांव के इस किसान की सफल कहानी को सुनकर मुख्यमंत्री भी गदगद नजर आए। उन्होंने मीडिया को इसकी बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से एक गांव के एक किसान ने एक खेत से 1 साल के भीतर ढाई लाख की इनकम की। मुख्यमंत्री इस प्रयोग से बेहद खुश हैं और उन्होंने कहा कि वह इस ग्रोथ सेंटर को देखने के लिए जल्द ही जाएंगे साथ ही उन्होंने इस तरह के तमाम ग्रोथ सेंटर की कल्पना पूरे राज्य में की है।