It is a noble profession but becoming a doctor is 1690736586642

देहरादून। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पर्वतीय क्षेत्र में डॉक्टर की पढ़ाई यानी की एमबीबीएस का कोर्स करने के बाद तैनाती दी गई है, जिसके तहत देवप्रयाग विधानसभा में कई डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में डॉ खिली शर्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिंडोलाखाल में डॉक्टर गरिमा बिष्ट,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हिसरियाखाल में धनवीर सिंह पवार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में निहारिका रावत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में ललित कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में सिमरन रावत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में हिमांशु भट्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में ही दिव्या देवरानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग में गौरव पंचोली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टकोली में राघव सचदेवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अछरीखूंट में अनामिका बिष्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्ति नगर में डॉक्टर स्वाति गैरोला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्ति नगर में निशि झलड़ियाल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झखंड में मानसी डंगवाल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हिसरियाखाल धनवीर पवार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्ति नगर में प्राची देवरानी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कीर्ति नगर में सौम्या गढ़िया की नियुक्ति की गई है।

विधानसभा क्षेत्र देवप्रयाग में जिन अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है उसको लेकर देवप्रयाग से भाजपा विधायक विनोद कंडारी का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का वह आभार व्यक्त करते हैं कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कोई डॉक्टर की तैनाती की गई है जो की एक बड़ी उपलब्धि भी रही है कि एक साथ इतने डॉक्टर को उनके विधानसभा क्षेत्र में भेजा गया है इससे साफ होता है कि स्वास्थ्य की क्षेत्र में सरकार बेहतर काम कर रही है, और पहाड़ के लोगों की दिक्कतों के समझते हुए डॉक्टर को पहाड़ चढ़ने का भी काम कर रही है।